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सेवा दान फाउंडेशन के द्वारा DMSRDE GT Road से घायल अजगर को रेस्क्यू कर वेटरनरी डॉक्टर से करवाया गया इलाज

कानपुर,संस्था के द्वारा जीटी रोड पर बने डीआरडीओ ऑफिस से सूचना मिलती है कि एक अजगर जो कि घायल अवस्था में है जिसे रेस्क्यू टीम के द्वारा रेस्क्यू करके डॉक्टर अश्वनी कुमार हेल्दी पॉज पेट क्लिनिक (healthy paws pet clinic)केशव नगर ले जाया गया!

संस्था के वालंटियर अभिनंदन मिश्रा एवं आदित्य शर्मा जी के द्वारा इसे इलाज के लिए ले जाया गया।

वेटरनरी डॉक्टर ने उस अजगर को इलाज दिया और बताया कि इसके मुंह में बहुत गहरे घाव है जबड़े और दांत में गहरी छोटे आई हैं और उसे चोट लगे हुए लगभग एक महीना भी हो चुका है जिससे इसके मुंह में बैक्टीरियल इनफेक्शन हुआ है।

डॉ अश्विनी कुमार जी के द्वारा इसे उपचार दिया गया । संस्था के संस्थापक आशुतोष त्रिपाठी जी ने बताया कि उपचार मिलने से पहले यह बहुत ही सुस्त और बेजान सा था पर उपचार मिलने के बाद इसमें हरकत आई और शरीर का तापमान सामान्य हुआ जिससे इसने चलना फिरना शुरु किया फिलहाल अभी यह देखरेख में है और हाइबरनेशन में होने की वजह से अभी इसे भोजन की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है हर संभव प्रयास इसे दिया जा रहा है ठीक होने पर इसे फॉरेस्ट एरिया में रिलीज कर दिया जाएगा।

आशुतोष त्रिपाठी जी ने बताया कि अजगर की कई प्रजातियां पाई जाती हैं और यह इंडियन रॉक पाइथन है जो सामान्य तौर पर सबसे अधिक पाए जाते हैं और उनके दांतों की संख्या लगभग डेढ़ सौ से 200 के करीब होती है यह जहरीले नहीं होते हैं और यह अपने शिकार को जकड़ कर पहले मार देते हैं और फिर उन्हें निगल जाते हैं इनका मुंह 180 डिग्री पर पूरा खुल जाता है और एक शिकार को निगलने के बाद लगभग 10-15 दिनों तक यह भोजन भी नहीं करते हैं। संस्था के द्वारा पहले भी कई बार कई सांपों को रेस्क्यू कर उनके घायल होने पर वेटरनरी डॉक्टर से इलाज करवाया गया है और उन्हें आजाद किया गया है।