लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में लखनऊ समेत राज्य के उन सात जिलों को 31 मार्च तक लाकडाउन करने के निर्देश दिये है जहां कोरोना पाजीटिव मरीज पाये गये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के तहत राज्य सरकार ने उच्च अधिकारियों की बैठक के बाद यह फैसला लिया है कि राज्य के सात जिलों जहां कोरोना पाजीटिव मरीज पाये गये हैं, इमरेजेंसी सेवाओं को छोड़ कर अन्य सभी सेवायें बाधित करने का फैसला लिया है। इस दौरान खाद्य पदार्थ समेत अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध रहेंगी।
उन्होने बताया कि लखनऊ,गाजियाबाद,गौतमबुद्धनगर,वाराणसी,मुरादाबाद,लखीमपुर खीरी और आगरा में सार्वजनिक यातायात में प्रतिबंध लगाया गया है। इस दौरान लखनऊ में मेट्रो रेल संचालन भी नहीं होगा। देश भर में रेल सेवायें पहले से ही 31 मार्च तक बाधित कर दी गयी है। यूपी रोडवेज की सेवायें भी इस अवधि में उपलब्ध नहीं होंगी।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ हुयी बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि प्रभावित जिलों में गैर जरूरी यातायात साधनों पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है ताकि कोरोना के संक्रमण के विस्तार को रोका जा सके। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता कर्फ्यू की अवधि को सुबह तक बढाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने जनता से अपील की है कि वे इस दौरान अपने घरों में रहें और इस तरह के कड़े फैसलों के लिये खुद को तैयार रखें। श्री योगी ने कहा कि प्रदेश में जरूरी चीजों की कमी नहीं होने दी जायेगी और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सरकार कडी कार्रवाई करेगी। जनता कर्फ्यू के दौरान पुलिस के जवान गश्त तेज रखेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 28 मरीज पाये गये है जिनमें आगरा और लखनऊ में आठ-आठ , नोएडा में सात, गाजियाबाद में दो मरीज शामिल है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी,मुरादाबाद और वाराणसी में एक एक संदिग्ध पर कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि इन मरीजो में 11 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके है।