नई दिल्ली, देश के कुछ हिस्सों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है , इस कड़ाके की सर्दी ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
श्रीनगर में पिछले आठ साल का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. वहीं कोहरे से दृश्यता कम होने की वजह से कुछ स्थानों पर यातायात प्रभावित रहा.बर्फीले पश्चिमी हिमालय से उठ रही हवाओं की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं शहर में कोहरे की चादर से दृश्यता का स्तर 50 मीटर तक पहुंच गया और इससे यातायात पर असर पड़ा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब के दूरदराज वाले स्थानों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. हिमाचल प्रदेश के केलांग और कल्पा में बुधवार को पारा शून्य से काफी नीचे चला गया, जबकि राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रहा.
शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि लाहौल स्पीति के प्रशासनिक केंद्र केलांग में पारा शून्य से 11.4 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया और यह राज्य का सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है. कल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. मनाली, कुफरी और डलहौजी में न्यूनतम तापमान क्रमश: एक डिग्री, सात डिग्री और 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा. उत्तर प्रदेश के चुर्क में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य के दूरदराज इलाकों में कोहरा छाया रहा.
राजस्थान में बुधवार को भी कड़ाके की सर्दी जारी रही, प्रदेश के गंगानगर में जहां रात का पारा 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में मंगलवार को रात का न्यूनतम तापमान एक बार फिर शून्य से नीचे रहा . मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर की चेतावनी जारी की है.
मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों तथा उत्तराखंड में अगले तीन दिन के दौरान कड़ाके की सर्दी पड़ेगी. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर शीत लहर की संभावना है. वहीं इस दौरान बेहद शीत लहर की स्थिति भी बन सकती है. मौसम विभाग ने अपने रात आठ बजे जारी बुलेटिन में बताया कि अगले 24 घंटे में तमिलनाडु दक्षिणी केरल और लक्षद्वीप में मध्यम से भारी %LS