लखनऊ, उत्तर प्रदेश में शारदा और सरयू नदी उफान पर है और शारदा पलियाकंला तथा लखीमपुर खीरी में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है ।
इसी तरह सरयू भी बाराबंकी,अयोध्या और बलिया में खतने के निशान से ऊपर है । क्वानो नदी भी बस्ती और संतकबीरनगर में खमरे के निशान के पास है और इनके बढ़ने का सिससिला जारी है ।
बस्ती जिले में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से 50 से अधिक गांवों को बाढ़ का खतरा हो गया है ।
सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है जिससे जिले के 50 से अधिक गांव को बाढ़ और कटान का खतरा पैदा हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज कहा कि सरयू नदी खतरे के बिंदु 92.7 के बदले 92.6 पर बह रही है। नदी खतरे के बिंदु से 9 सेंटीमीटर नीचे है और इसका रुख बढ़ाव की ओर है।
मैदानी तथा पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे में हुई तेज वर्षा और बैराज द्वारा सरयू नदी में पानी छोड़े जाने से जलस्तर में बढ़ाव के आसार हैं। गिरजा बैराज से 1729 , शारदा बैराज से 1387 ,सरयू बैराज से 270 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वर्षा और बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण शुभिका बाबू,अशोकपुर, विष्णुदासपुर, खजांचीपुर, बिलासपुर, खलवा चांदपुर,भारथापुर गांव को बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
नदी का दबाव कटोरिया , चांदपुर,तथा लोलपुर, विक्रमजोत बांध पर बढ़ गया है। बाढ़ खंड विभाग के अधिकारी सरयू नदी के तटवर्ती बांधों पर सीसीटीवी कैमरा लगाकर बांध की निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों को बाढ़ के पर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।