इटावा, उत्तर प्रदेश विधानसभा में वरिष्ठता के आधार पर आगे की कुर्सी दिये जाने के भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव के सिफारिशी पत्र पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कोई तवज्जो नहीं दी है।
अपने चौगुर्जी आवास पर पत्रकारो से बातचीत मे शिवपाल सिंह यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की ओर से लिखी गई चिट्ठी पर अनभिज्ञता जताते हुये बुधवार को कहा “ मुझे कुछ नहीं पता है क्या चिट्ठी उनके बारे में लिखी गई है। विधानसभा में मेरी कुर्सी तो पहले से आवंटित है, मुझे तो उसी पर कुर्सी पर बैठना है। विधानसभा अध्यक्ष ने मेरी कुर्सी एलाट की है। अगर उनके लिए कुछ करना भी था तो पहले ही करना चाहिए था। अब करने से क्या फायदा दिख रहा है।”
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान से नई दिल्ली के यूपी भवन मे हुई मुलाकात को लेकर शिवपाल सिंह ने चुप्पी साधे रखी।
सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष के नाम अपने चाचा और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह को लेकर के विधानसभा अध्यक्ष को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि शिवपाल वरिष्ठ नेता है, इसलिए उनकी कुर्सी विधानसभा में आगे की लाइन में लाई जाए। तकनीकी रूप से शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी के विधायक हैं । इससे पहले मई में शिवपाल यादव ने पत्र लिखकर अपने लिए अलग सीट की मांग की थी लेकिन क्योंकि वह समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, इसलिए अलग सीट नहीं दी गयी थी ।