लखनऊ, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने पत्र लिखकर 20 भारतीय जवानों की शहादत को लेकर चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की कार्यकर्ताओं से अपील की है। लेकिन उनके पत्र के रंगरूप ने एकबार फिर सबको चौंका दिया है।
उन्होने पत्र मे चीन की चुनौती व खतरे को लेकर पूर्व रक्षामंत्री मुलायम सिंह यादव के विचारों को भी स्मरण कराया है।
शिवपाल यादव ने चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया है और कहा है कि सभी साथी प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपे।
विशेष बात ये है कि शिवपाल यादव ने पत्र के लिये प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का लेटर हेड का प्रयोग नही किया है। उन्होने
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का नाम और लोगो का भी प्रयोग नहीं किया है। शिवपाल यादव ने खुद का परिचय सिर्फ जसवंतनगर विधायक के रूप मे दिया है जबकि वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का नाम और लोगो का भी प्रयोग नहीं किया है। शिवपाल यादव ने खुद का परिचय सिर्फ जसवंतनगर विधायक के रूप मे दिया है जबकि वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ( लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव का पत्र इसप्रकार है-
साथियों,
लद्दाख की गलवान घाटी में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद अब समय आ गया है कि चीन को मुंहतोड़ जवाब मिले और उसे ना केवल सामरिक बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी माकूल जवाब दिया जाए।
चीन की कायराना हरकत के प्रति देश में बहुत आक्रोश है। धोखा देना चीन की पुरानी आदत है। चीन की चुनौती व खतरे को लेकर आदरणीय मुलायम सिंह यादव जी ने हमेशा चेताया है। नेता जी का मानना था कि देश को वास्तविक खतरा चीन से है । लेकिन सभी सरकारें चीन के प्रति उदासीन रहीं हैं। एक तरफ चीन हमारी सीमाओं पर घुसपैठ कर रहा है और भारत के दुश्मनों को प्रश्रय दे रहा है, दूसरी तरफ अपना सस्ता उत्पाद हमें बेचकर न सिर्फ भारतीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों व उत्पादों को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि अपनी रक्षा पंक्ति को मजबूत कर वह इस मुनाफे का प्रयोग सीमा पर हमारे ही जवानों के खिलाफ कर रहा है।
चीन के लिए भारत सबसे बड़ा बाज़ार है और भारत चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इसलिए हमें स्वदेशी को अधिक से अधिक बढ़ावा देकर चीन निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करना होगा। इससे चीन को आर्थिक नुकसान होगा और हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा।
इसी क्रम में हम सरकार से यह मांग करते हैं कि चीनी उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगे, सरकार द्वारा स्वदेशी कंपनियों को प्रोत्साहन मिले और साथ ही देश में निर्माण कार्य में लगी चाइनीज कंपनियों का ठेका रद्द हो।
मैं आप सभी साथियों से आह्वान करता हूं कि चीनी उत्पाद के बहिष्कार को लेकर जन जागरण में अपना योगदान दें और उक्त विषय पर स्वास्थ्य दिशा- निर्देशों का पालन करते हुए प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपे।
(शिवपाल सिंह यादव)
लद्दाख की गलवान घाटी में 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद अब समय आ गया है कि चीन को मुंहतोड़ जवाब मिले और उसे ना केवल सामरिक बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी माकूल जवाब दिया जाए।
चीन की कायराना हरकत के प्रति देश में बहुत आक्रोश है। धोखा देना चीन की पुरानी आदत है। चीन की चुनौती व खतरे को लेकर आदरणीय मुलायम सिंह यादव जी ने हमेशा चेताया है। नेता जी का मानना था कि देश को वास्तविक खतरा चीन से है । लेकिन सभी सरकारें चीन के प्रति उदासीन रहीं हैं। एक तरफ चीन हमारी सीमाओं पर घुसपैठ कर रहा है और भारत के दुश्मनों को प्रश्रय दे रहा है, दूसरी तरफ अपना सस्ता उत्पाद हमें बेचकर न सिर्फ भारतीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों व उत्पादों को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि अपनी रक्षा पंक्ति को मजबूत कर वह इस मुनाफे का प्रयोग सीमा पर हमारे ही जवानों के खिलाफ कर रहा है।
चीन के लिए भारत सबसे बड़ा बाज़ार है और भारत चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। इसलिए हमें स्वदेशी को अधिक से अधिक बढ़ावा देकर चीन निर्मित उत्पादों का बहिष्कार करना होगा। इससे चीन को आर्थिक नुकसान होगा और हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा।
इसी क्रम में हम सरकार से यह मांग करते हैं कि चीनी उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगे, सरकार द्वारा स्वदेशी कंपनियों को प्रोत्साहन मिले और साथ ही देश में निर्माण कार्य में लगी चाइनीज कंपनियों का ठेका रद्द हो।
मैं आप सभी साथियों से आह्वान करता हूं कि चीनी उत्पाद के बहिष्कार को लेकर जन जागरण में अपना योगदान दें और उक्त विषय पर स्वास्थ्य दिशा- निर्देशों का पालन करते हुए प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपे।
(शिवपाल सिंह यादव)