लखनऊ, ‘समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा’ की घोषणा के बाद शिवपाल सिंह यादव का लखनऊ मे आज पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होने जा रहा है, जिसमे वह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो रहें हैं। इस कार्यक्रम पर राजनैतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठनों और मीडिया सभी की निगाहें टिकी हुयी हैं।
श्रीकृष्ण वाहिनी के पदाधिकारियों का राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन आज 11 सितंबर को लखनऊ मे हो रहा है। सम्मेलन लखनऊ के गोमती नगर मे स्थित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्थान मे प्रात: 11 बजे से प्रारंभ होगा जोकि सायंकाल चार बजे तक चलेगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव होंगे।
श्रीकृष्ण वाहिनी शिवपाल सिंह यादव के कट्टर युवा समर्थकों का संगठन है जो कई सालों से सक्रिय रूप से कार्यरत है। सूत्रों के अनुसार, यह चर्चा है कि इस कार्यक्रम मे शिवपाल सिंह यादव अपने समर्थकों से विचार विमर्श कर भावी रणनीति का खुलासा कर सकतें हैं। यही कारण है कि मीडिया से लेकर मुख्य राजनीतिक दलों की निगाहें इस कार्यक्रम पर टिकी हुयी हैं कि आखिर शिवपाल सिंह यादव कौन सा रास्ता अख्तियार करते हैं।
‘समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा’ की घोषणा करके शिवपाल सिंह ने यूपी मे सभी प्रमुख दलों भाजपा, सपा, बसपा औरकांग्रेस की गणित बिगाड़ दी है। उन्होने कहा था कि कहा कि सपा में मुलायम सिंह और अपने साथ हुए ‘अपमान’ के बाद उन्हें मजबूरन अलग पार्टी बनानी पड़ी। शिवपाल सिंह ने घोषणा की है कि हम समान विचारधारा वाली छोटी पार्टियों के साथ मिलकर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
जिससे सभी तीनों बड़े दलों के वोटों और सीटों मे सेंध लगना स्वाभाविक है। अभी प्रदेश मे 68 सीटें भाजपा, 2 सीटें अनुप्रिया पटेल गुट, 7 सीट समाजवादी पार्टी, दो सीट कांग्रेस और एक सीट रालोद के पास है। देखना यह है कि शिवपाल सिंह की आगे की रणनीति से किसको फायदा और किसको नुकसान होगा ? सामाजिक संगठन भी टकटकी बांधकर शिवपाल के अगले कदम का इंतजार कर रहें हैं, जोकि जानना चाहतें हैं कि शिवपाल यादव किस तबके की लड़ाईअब लड़ेंगे?