अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद को समाजवाद का प्रबल पैरोकार बताते हुये शिवपाल सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा कि योजनाओ से समाजवादी शब्द को हटाने की वकालत करने वाले दरअसल‘आजाद’के विरोधी है.
सपा ने चन्द्रशेखर आजाद की जयंती को उपनिवेशवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया. इस अवसर पर आयोजित परिचर्चा में शिवपाल यादव ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद उननिवेशवाद के घोर विरोधी एवं समाजवाद के प्रतिबद्ध व प्रबल पैरोकार थे. उन्होंने भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, भगवतीचरण वोहरा क्रांतिधर्मी युवाओं के साथ मिलकर हिन्दुस्तान समाजवादी गणतांत्रिक संघ का गठन किया और संस्थापक अध्यक्ष बने.
सपा नेता ने कहा कि आजाद आजादी के पश्चात् जैसा भारत चाहते थे, वैसे भारत का निर्माण नहीं हो सका. चन्द्रशेखर के स्वप्न आज भी अधूरे हैं. जो लोग समाजवाद नहीं जानते, भारत व समाजवादी आंदोलन के इतिहास को नहीं जानते वही लोग समाजवादी शब्द को हटाने की बात करते हैं. उन्हें आजाद के समाजवाद को पढऩा चाहिए. समाजवाद के शत्रु दरअसल आजाद के विरोधी है.
उन्होने कहा कि समाजवाद के नाम पर भारत में प्रथम संगठन बनाने का श्रेय चन्द्रशेखर को ही जाता है. आजाद के समाजवाद सम्बन्धित रोमानी सपने को बाद में राममनोहर लोहिया ने सैद्धांतिक रूप दिया. बहुत कम लोगों को पता है कि आजाद से प्रभावित होकर ही राममनोहर लोहिया ने बयालिस की क्रांति के दौरान आजाद दस्ता का गठन किया था ताकि भारत में चल रही आजादी की लड़ाई कुंद न हो.