एक कदम गांधी के साथ पदयात्रा में शामिल श्याम नारायण मिश्रा का देहांत

लखनऊ, आज सुबह सर्व धर्म प्रार्थना के बाद जब गोपीगंज पड़ाव से बड़ौत की ओर प्रस्थान करने की तैयारी में पदयात्री लगे हुए थे। तभी श्याम नारायण मिश्रा के साथी, जो मुंबई से उनके साथ आए हैं, ने बताया कि श्याम नारायण जी उठ नहीं रहे हैं। वे उस समय पट होकर सोए हुए थे। सीधा करते ही देखा गया कि उनके चेहरे पर खून के धब्बे हैं। तत्काल एंबुलेंस बुलाकर उन्हें गोपीगंज के सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर में मृत घोषित किया। उन्होंने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर के चलते ब्रेन हेमरेज हुआ है। तत्काल इसकी सूचना उनके परिजनों को दी गई है। उन्नाव निवासी श्याम नारायण मिश्रा दशकों से मुंबई के गोरेगांव में सपरिवार रह रहे हैं।
श्याम नारायण मिश्रा के राजनीतिक सफर की शुरुआत समाजवादी आंदोलन के साथ हुई। पानी वाली बाई के रूप में विख्यात मृणाल गोरे ने उन्हें सामाजिक भूमिका के लिए प्रेरित किया। बाद के दिनों में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय हुए और आम आदमी पार्टी से भी जुड़े। जब योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी को सामाजिक पृष्ठभूमि वाले समूह ने छोड़ा तब से वे स्वराज इंडिया से जुड़कर सक्रिय हो गए। इस पदयात्रा में वे अपने वरिष्ठ सहकर्मी राधेश्याम सिंह के साथ 2 अक्टूबर से ही शामिल हुए थे। अपने अस्पताल ले जाने से लेकर परिजनों को उनका पार्थिव शरीर सौंपने तक भूपेश भूषण,सुशील कुमार,ईश्वर चंद्र दिनभर अस्पताल में रहे। विद्याधर एवं श्यामधर जी ने उपवास रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस पूरे प्रसंग में भदोही जिला कांग्रेस के अध्यक्ष वसीम अंसारी
उनकी दुखद मृत्यु से सभी पदयात्री, गांधीजन और सहयोगी मर्माहत हैं। सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल एवं पदयात्रा के आयोजन समिति के सदस्य राम धीरज, नंदलाल मास्टर और अरविंद अंजुम ने श्याम नारायण मिश्रा की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए इसे अपूरणीय क्षति बताया।
अस्पताल से लेकर परिजनों को उनके पार्थिव शरीर को सौंपने तक भूपेश भूषण,सुशील कुमार और ईश्वर चंद्र दिनभर साथ रहे। भदोही जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वसीम अंसारी ने इस घटनाक्रम में मुस्तैद सहकर्मी की तरह अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
गोपीगंज से बरउत की ओर प्रस्थान
श्याम नारायण मिश्रा के देहांत से पदयात्रियों में गहरा शोक छा गया था। इस घटना से उदास पदयात्री गोपीगंज से बरउत की ओर आगे बढ़े। तेज गर्मी और उमस के बावजूद पदयात्री असीम ऊर्जा के साथ जीटी रोड, भदोही में आगे बढ़ते रहे। इस दौरान बिहसपुर चौक, जीटी रोड पर किसान संगठन द्वारा पदयात्रियों का स्वागत किया गया। विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों का माल्यार्पण कर उन्हें यात्रा के लिए शुभकामनाएँ दी गईं। इसके बाद पदयात्री महर्षि शिवब्रत लाल इंटरमीडिएट कॉलेज, भदोही पहुँचे, जहाँ उन्होंने विश्राम किया और दोपहर का भोजन किया।
1748 दिनों से अनशन पर बैठे एडवोकेट बैजनाथ यादव ने भी पदयात्रा को समर्थन दिया
पदयात्रा को अपना समर्थन देने के लिए आज एडवोकेट बैजनाथ यादव एवं अन्य ग्रामवासियों ने यात्रा के दौरान सभी पदयात्रियों का स्वागत किया। बैजनाथ यादव का दावा है कि वे किसानों के संवैधानिक अधिकारों के लिए पिछले 1748 दिनों से सत्याग्रह पर बैठे हैं। पदयात्रा की सूचना मिलने पर वे उसका समर्थन करने आए है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है, यह पदयात्रा गांधी के सपनों को पूरा करेगी।
तुलसी संस्थान, बरउत में श्याम नारायण मिश्रा को दी गई श्रद्धांजलि
रात 8 बजे पदयात्रा अपने रात्रि-विश्राम स्थल तुलसी संस्थान, बरउत पहुँची। सर्व सेवा संघ से जुड़े अरविंद अंजुम ने श्याम नारायण मिश्रा के सामाजिक योगदान को याद करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला। इसके बाद सभी पदयात्रियों ने मौन रखकर श्याम नारायण मिश्रा को विनम्र श्रद्धांजलि दी।
l5 राज्यों के पदयात्री शामिल
इस यात्रा में देश के 15 राज्यों — तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, असम, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल — से पदयात्री और सहयोगी शामिल हैं।
प्रमुख प्रतिभागियों में शामिल रहे:
भूपेश भूषण (युवा प्रकोष्ठ संयोजक), मिहिर प्रताप दास (उड़ीसा सर्वोदय मंडल अध्यक्ष), नंदलाल मास्टर (पदयात्रा आयोजन समिति संयोजक), श्यामधर तिवारी (सत्यमेव जयते), सतीश मराठा (हरियाणा), सरिता बहन (विनोबा आश्रम, गागोदा), सचिन (राष्ट्रीय युवा संगठन), पवित्रन (सर्वोदय मंडल कोषाध्यक्ष), दिवाकर,ए. आर. पलानीसामी, श्रीनिवासन (तमिलनाडु), खादर बैग (तेलंगाना), डॉ सुखचंद्र झा, अंकुर शाश्वत ( झारखंड ), जीतेन नंदी, काजल मुखर्जी (पश्चिम बंगाल), विद्याधर, जोखन यादव, सिस्टर फ्लोरीन, निधि, सिराज अहमद, अंतर्यामी बरल, जगदीश कुमार (पूर्व प्रदेश संयोजक, राजस्थान), संजय (जय किसान आंदोलन), टी. के. सिन्हा, अनोखेलाल , संजय कुमार, राबिया बेगम, गौरव पुरोहित, विवेक यादव, विवेक मिश्रा, सौरभ त्रिपाठी, इंदु पांडे, आसमा आदिवासी, दिवाकर सिंह, विकास कुमार, ईश्वरचंद्र (सामाजिक कार्यकर्ता), भोपाल सर्वोदय मंडल के सचिव अंकित मिश्रा और मोहन दीक्षित , विदिशा से राजित द्विवेदी , रामधीरज (उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल अध्यक्ष), अरविंद कुशवाह और अरविंद अंजुम (सर्व सेवा संघ मंत्री) आदि।