अहमदाबाद, कोरोना संकट के कारण अब तक देश में शादी-ब्याह से जुड़े कारोबारियों को 5000 करोड़ रुपए से अधिक का नुक़सान हो चुका है।
आज यहां ऐसे कारोबार जैसे कि मंडप, सजावट, खान-पान सेवा यानी केटरिंग और कार्यक्रम प्रबंधन आदि से जुड़े विभिन्न संगठनों की एक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में इसके प्रतिनिधियों ने यह दावा किया।
प्रतिनिधियों ने बताया कि क़रीब 10 हज़ार करोड़ के सालाना कारोबार वाले इन छोटे और मझौले कारोबारियों को इस साल मार्च से मई तक यानी शादी ब्याह के मुख्य समय के लॉक डाउन के कारण ही 5000 करोड़ का नुक़सान हो चुका है। उन्होंने बताया कि अनलॉक -4 में शादी ब्याह में मात्र 100 लोगों को जुटने की मंज़ूरी पर्याप्त नहीं है। इस संख्या को बढ़ाने के साथ ही अन्य तरह की छूट भी मिलनी चाहिए। अन्यथा बड़े संबंधित कारोबारों से जुड़े लोगों में बेरोज़गारी का व्यापक संकट पैदा हो जाएगा। प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर टैक्स राहत समेत अन्य मांगे भी रखी गयी हैं।
बैठक में इवेंट मैनेजमेंट फ़ेडरेशन के संस्थापक जयदीप मेहता के अलावा मंडप, सजावट और बिजली काम से जुड़े संघ, विडीओ और फोटोग्राफ़ी तथा अन्य ऐसे कारोबार के संघों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।