लखनऊ, सामाजिक संस्था बहुजन भारत के पदाधिकारियों और सदस्यों ने रविवार को संस्था मुख्यालय पर बहुजन नायक कांशीराम जी के महानिर्वाण दिवस के मौके पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया और कांशीराम जी के कारवां को ना रुकने देने का संकल्प लिया। संस्था के अध्यक्ष एवं पूर्व आईएएस कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि कांशीराम जी देश के शोषित-वंचित समाज में स्वाभिमान पैदा किया और उन्हें अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना सिखाया। उन्होंने कहा कि बहुजन नायक कांशीराम जी ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के कारवां को आगे बढाया और बाबा साहब द्वारा भारतीय संविधान में दलितों और पिछड़ा वर्ग के साथ ही अल्पसंख्यकों को जो अधिकार मुहैया कराये, कांशीराम जी ने इन वर्गों को संविधान में प्रदत्त अधिकार दिलाने के लिए लम्बा संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि संविधान बचाने और अपने अधिकार पाने के लिए बहुजन समाज के लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे एकजुट होकर बहुजन समाज की सत्ता बनाएं, तभी संविधान सुरक्षित रहेगा और संविधान में प्रदत्त अधिकार बहुजनों को मिल पायेंगे।
संस्था अध्यक्ष कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि संविधान विरोधी ताकतों से बहुजन नायक द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलकर ही सत्ता प्राप्ति के लिए लड़ाई लड़नी होगी, तभी संविधान विरोधी ताकतों को हराया जा सकता है। संस्था के महासचिव चिंतामणि ने कहा कि शोषितों और वंचितों को अपने अधिकार के लिए संघर्ष करना कांशीराम जी ने सिखाया और उन्हीं के बताये रास्ते पर चलकर बहुजन समाज के लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। संस्था के कोषाध्यक्ष रामकुमार गौतम ने कहा कि अपने अधिकारों की रक्षा के लिए बहुजन समाज के लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से एकजुट होकर सबसे पहले पिछड़ा वर्ग की जातिवार जनगणना के लिए आन्दोलन चलाना होगा। इस मौके पर संस्था के उपाध्यक्ष नन्द किशोर, संयुक्त सचिव कृष्ण कन्हैया पाल, नवल किशोर, अनुराग यादव, धनीराम, आरआर जैसवार, जवाहर लाल, बसंत लाल आदि लोगों ने भी अपने विचार रखे।