साक्षी मलिक को हरा, सोनम ने ओलंपिक मे जगह पक्की की
February 26, 2020
लखनऊ, युवा सोनम मलिक ने अपना दमखम फिर से दिखाते हुए साक्षी मलिक को लगातार दूसरी बार हराया और अगले महीने होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर्स में अपनी जगह पक्की की।
रोम रैंकिंग सीरीज और हाल में समाप्त हुई एशियाई चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण 18 वर्षीय सोनम को फिर से ट्रायल्स में भाग लेने के लिये कहा गया और उन्होंने अपनी प्रतिष्ठित प्रतिद्वंद्वी को 62 किग्रा में चित करके जीत दर्ज की। सोनम ने पहले राधिका को हराया और फिर एशियाई चैंपियनशिप में 56 किग्रा की स्वर्ण पदक विजेता सरिता मोर को सेमीफाइनल में 3-1 से पराजित किया। इसके बाद उन्होंने रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी को फाइनल में चित करके जीत दर्ज की।
उन्होंने दूसरे पीरियड में साक्षी को चित किया जबकि वह 1-2 से पिछड़ रही थी और मुकाबले में एक मिनट बचा हुआ था। विश्व चैंपियनशिप 2018 की कांस्य पदक विजेता पूजा ढांडा सहित नौ पहलवानों ने 62 किग्रा भार वर्ग के ट्रायल्स में हिस्सा लिया था। सोनम ने पीटीआई से कहा, ‘‘मुकाबले से पहले नर्वस नहीं थी। मैं चुनौती पेश करने के लिये आत्मविश्वास से भरी थी। मैं पहले भी उनके खिलाफ लड़ चुकी हूं और मैं जानती थी कि मुझे चुनौती पेश करनी होगी। इसलिये मैं तैयार थी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘और मैं पहले ही ‘दंगल’ के दौरान 2018 में बवाना में सरिता से भिड़ चुकी थी। मुझे कड़ी मेहनत करनी थी, आप यह नहीं कह सकते कि मेरे लिये यह आसान था। एशियाई चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा निश्चित रूप से बेहतर थी लेकिन हमारे पहलवान भी अच्छे हो रहे हैं। ’’
सोनम ने कहा कि बिशकेक क्वालीफायर से पहले उन्हें अपनी शैली में सुधार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करूंगी। बिशकेक क्वालीफायर से पहले मुझे अपने ‘लेग डिफेंस’ और जमीनीं दाव पर काम करने की जरूरत है। ’’सोनम ने कहा कि वह ओलंपिक क्वालीफायर के लिये रवाना होने से पहले अपने सीनियर पहलवानों की मदद लेंगी जिसमें साक्षी और सरिता भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वे काफी अनुभवी पहलवान हैं। वे निश्चित रूप से मेरा मार्गदर्शन कर सकती हैं। मैं उनसे कुछ टिप्स लेना चाहती हूं। ’’मौजूदा विश्व कैडेट चैंपियन कोच अजमेर मलिक की देखरेख में सोनीपत के मदीना में नेताजी सुभाष चंद्र बोस खेल संस्थान में अभ्यास करती हैं।
कोच अजमेर ने कहा, ‘‘साक्षी को चित करके जीत दर्ज करना इस युवा के लिये बड़ी उपलब्धि है। उसने रोम में लगी कोहनी की चोट के बावजूद ऐसा किया। वह उस चोट से अभी पूरी तरह नहीं उबरी है। उसने यहां तक कि अच्छी तरह से अभ्यास भी नहीं किया था। ’’उन्होंने कहा, ‘‘ऊंचे वजन वर्गों में लड़कियों ने सोचा होगा कि वे सोनम पर दबदबा बना लेंगी क्योंकि वह युवा है और उसे इतना अनुभव नहीं है। मैंने उसे कहा कि इस प्रतिस्पर्धी ग्रुप में विजेता बनना काफी बड़ा होगा और उसने हमें गौरवान्वित किया। ’’
सोनम ने सत्र के शुरू में हुए ट्रायल्स में साक्षी को हराकर सनसनी फैला दी थी जब भारतीय कुश्ती महासंघ ने रोम रैंकिंग सीरीज प्रतिस्पर्धा और एशियाई चैम्पियनशिप के लिये टीमें चुनी थीं। सोनम हालांकि दोनों टूर्नामेंट में पदक जीतने में विफल रहीं लेकिन उन्होंने नयी दिल्ली में पांचवें स्थान पर पहुंचकर प्रभावित किया।
डब्ल्यूएफआई ने स्पष्ट किया था कि अगर पहलवानों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं होगा तो वह फिर महिलाओं के 62 किग्रा और 76 किग्रा तथा पुरूषों के ग्रीको रोमन के 60 किग्रा वर्ग में ट्रायल करायेगा। इस बीच 76 किग्रा भार वर्ग का ट्रायल्स किरण ने जीता। एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स किर्गीस्तान के बिशकेक में 27 से 29 मार्च के बीच होंगे। इसके फाइनलिस्ट तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करेंगे।