नयी दिल्ली , कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि कोराेना के विरुद्ध जारी जंग के बीच अर्थव्यवस्था की बिगड़ती स्थिति बड़ी चुनौती बन रही है और इसे पटरी पर लाने के लिए गंभीर प्रयास किए जाने की जरूरत है।
श्रीमती गांधी ने पीएम मोदी को इस संबंध में एक पत्र लिखा और कहा कि कोरोना का प्रसार रोकने के लिए पिछले पाँच हफ्तों से जारी लॉकडाउन के कारण देश के समक्ष कई चुनौतियां पैदा हो गयी है। कोविड-19 के खिलाफ इस जंग में हमारी गिरती अर्थव्यवस्था बड़ी समस्या बन गयी है जिस पर तत्काल ध्यान देकर उसका समाधान किए जाने की सख्त जरूरत है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस समस्या को नजरंदाज कर किया गया तो देश की अर्थव्यवस्था पर इसके अत्यंत गंभीर प्रभाव पड़ेंगे और इससे निपटना सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन जाएगी। उन्होंने सरकार को सलाह दी कि इस संकट से निपटने के लिए सबसे पहले छोटे, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) में जान फूंकने की आवश्यकता है और इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए के ‘क्रेडिट गारंटी फंड’ का गठन कर इस क्षेत्र में तत्काल लिक्विडिटी लाने और उद्योगों को जरूरत पड़ने पर पर्याप्त पूंजी उपलब्ध कराने की व्यवस्था करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा “एमएसएमई देश की जीडीपी में एक तिहाई का योगदान देते हैं एवं हमारे देश के कुल निर्यात में 50 प्रतिशत हिस्सा इस सेक्टर का है। एमएसएमई की देश में 6.3 करोड़ इकाईयां हैं जिनमें 11 करोड़ से अधिक लोग इससे रोजगार पाते हैं। आर्थिक संकट के इस समय में बगैर मदद के यह सेक्टर बर्बादी के कगार पर आ खड़ा हुआ है और इसे इस स्थिति से उबारने की सख्त जरूरत है।”