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भूतपूर्व सैनिक आने वाली पीढियों के लिये प्रेरणा श्रोत – राजनाथ सिंह

लखनऊ , राष्ट्र निर्माण और देश की सुरक्षा में भूतपूर्व सैनिको के योगदान को अविस्मरणीस बताते हुये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाली पीढियों के लिये भूतपूर्व जाबांज प्रेरणा का श्रोत हमेशा बने रहेंगे।

राजनाथ सिंह ने यहां दो दिवसीय 172वीं रक्षा पेंशन अदालत का उदघाटन करते हुये कहा कि राष्ट्र निर्माण एवं देश की सुरक्षा में भूतपूर्व सैनिकों की अहम भूमिका रही है। आगे आनेवाले पीढ़ियों और युवाओं के लिए भूतपूर्व सैनिक प्रेरणा के स्रोत है।

शहीद क्वार्टरमास्टर हवलदार वीर अब्दुल हमीद तथा शहीद कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय की देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि देश उनकी शहादत का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम अपने भूतपूर्व सैनिकों के स्वाभिमान का सदैव सम्मान करते हैं और पेंशन अदालत का आयोजन इसी दिषा में उठाया गया एक कदम है।

लखनऊ छावनी स्थित सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं काॅलेज के स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय रक्षा पेंशन अदालत का उद्घाटन करने वाले राजनाथ सिंह देश के पहले रक्षा मंत्री है। पेंशन अदालत का आयोजन सेना की मध्य कमान एवं रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक पेंशन प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। भूतपूर्व सैनिकों एवं विधवाओं की पेंषन से जुड़े मामलों को मौके पर निपटाने के उद्देश्य से आयोजित इस रक्षा पेंशन अदालत में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के पेंशनर्स भाग ले रहे हैं।

राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक प्रयागराज द्वारा किये जा रहे कार्याें की सराहना की। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के पेंशन से जुड़े मामलों के त्वरित निपटान सहित निर्धारित समय सीमा में उनके पेंशन लाभों के संवितरण के लिए रक्षा लेखा विभाग सतत प्रयासरत है।

इससे पहले विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले जनरल इकरूप सिंह घुमन ने कहा कि देश में करीब 31 लाख भूतपूर्व सैनिक हैं जिनमें से उत्तर प्रदेश के 4 लाख भूतपूर्व सैनिक शामिल हैं। रक्षा मंत्री के प्रयास से करीब सात वर्षो के अंतराल के बाद लखनऊ में रक्षा पेंशन अदालत आयोजित की गई है।