इटावा,समाजवादी पार्टी के नेता धर्मंद्र यादव को सोशल मीडिया पर ये काम करना मंहगा पड गया ।
उत्तर प्रदेश की इटावा जिला जेल से रिहा हुए सपा नेता धर्मंद्र यादव की हूटर रैली का फेसबुक लाइव किया । वायरल वीडियो आज देश भर मे सुर्खियो मे है । वीडियो को लेकर सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी की यूपी ईकाई ने अपने टिवटर एकाउंट से की थी जिसके बाद उसे खबर का माध्यम बनाया गया ।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.ब्रजेश कुमार सिंह का कहना है कि धर्मेद्र यादव 4 जून की शाम को इटावा की जिला जेल से रिहा हुआ । एक रात इटावा मे रूकने के बाद 5 जून को घर्मेंद्र ने बडी तादात मे जेल गेट पर अपने समर्थको के साथ पहुंच कर जश्न मनाना शुरू करते हुए हूटर रैली निकाली परिणामस्वरूप वीडियो फोटो जब वायरल हुए तो पुलिस को सर्तक होना पडा ।
पुलिस इस पूरे प्रकरण मे साइबर सेल के माध्यम से गहनता से पडताल करने मे जुटी हुई है । उनका कहना है कि फेसबुक पर पहली पोस्ट डालने वाले की तलाश सरगर्मी से करने मे पुलिस की टीम लगी हुई है ।
जिस जिस ने घर्मेंद्र यादव की जश्न पोस्ट को शेयर और लाइक किया है उनकी भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है ।
उन्होने इस बात से साफ इंकार किया है कि घर्मेंद्र यादव ने इस आयोजन के लिए कोई भी वाटसएप गुप का प्रयोग नही किया गया केवल मोबाइल फोन पर ही अपने समर्थको से संपर्क स्थापित करके हूटर रैली निकाली।
जुलूस में हार-माला पहने धर्मेंद्र एक खुली कार में चल रहा था,जबकि उसके समर्थक उसकी गाड़ी के आगे-पीछे दिखाई दे रहे थे । दाहिने-बाएं गाड़ियों के दरवाजों से बाहर लटके,नारेबाजी करते और जुलूस की वीडियो बनाते चल रहे थे ।
सबसे खास बात तो यह है कि घर्मेद्र यादव और उसके समर्थको ने खुद ही यह मुसीबत मोल ली है अगर वो फेसबुक लाइव नही करते तो शायद पुलिस की निगाह भी इस ताकत का प्रदर्शन करने वाले कारनामे पर किसी की नही पडती ।
धर्मेंद्र यादव औरैया में समाजवादी युवजन सभा का अध्यक्ष है और हालिया जिला पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के तौर पर जेल में रहते हुए विजयी हुआ है।
घर्मेंद्र ने कानपुर से दिल्ली जाने वाले हाईवे पर इटावा से औरैया के अनंतराम टोल प्लाजा तक करीब 30 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला । शनिवार को इटावा और औरैया दोनों जगह वीकेंड कोरोना कर्फ्यू था लेकिन इस 30 किलोमीटर लंबे रास्ते में कहीं भी पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की ।
सबसे खास बात यह है कि घर्मेद्र यादव का काफिला इटावा से निकलने के बाद औरैया जिले की सीमा पर स्थापित अंनतरात टोल से पार ही नही हुआ है जिससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि धर्मेंद्र ने अपनी ताकत इटावा से औरैया सीमा तक ही दिखाई है ।
धर्मेंद्र के जुलूस का वीडियो वायरल होने से हुई फजीहत के बाद अब पुलिस ने धर्मेंद्र के ऊपर नामजद और उसके 200 नामालूम साथियों आईपीसी की दफा 188,269,270,डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट की दफा 51/57,महामारी एक्ट की दफा3 और सीएलए एक्ट की दफा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।