लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हाथरस और बलरामपुर की घटना और किसान विरोधी बिल के खिलाफ शुक्रवार को धरना प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) विधायकों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुख्यालय से नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी पार्टी के अन्य विधायकों के साथ हाथरस और बलरामपुर की घटनाओं के विरोध में शांति मार्च निकालने निकले थे जिन्हे पुलिस ने कुछ ही दूरी पर बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान सपा नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक हुयी और आगे बढने पर अमादा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिये पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और सभी को हिरासत में ले लिया।
वहीं सपा कार्यकर्ताओं का एक जत्था हजरतगंज क्षेत्र स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत करने पहुंचा। कार्यकर्ताओं की तादाद बढती देख पुलिस ने लाठी पटक कर खदेड़ दिया। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में ले लिया गया।
बाद में सपा कार्यालय ने ट्वीट किया “ लखनऊ में गांधी जयंती के अवसर पर हाथरस में हैवानियत का शिकार हुई बेटी एवं भाजपा सरकार के अत्याचार, किसान विरोधी बिल के खिलाफ लखनऊ में पार्टी कार्यालय से गांधी प्रतिमा तक शांतिपूर्ण पैदल मार्च निकाल रहे सपा विधायकों को सीएम के आदेश पर पुलिस द्वारा रोकना लोकतंत्र की हत्या है।”