लखनऊ, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज लखनऊ सहित प्रदेश के सभी 75 जिलों में उन्नाव की रेप पीड़िता की मृत्यु पर श्रद्धांजलि देने के लिए शोकसभाओं का आयोजन किया।
लखनऊ में शाम साढ़े पांच बजे हजारों सपा कार्यकर्ता तथा समर्थकों ने उन्नाव की बेटी की निर्मम हत्या और सरकार की अक्षमता के विरोध में परिवर्तन चौक से जीपीओ हजरतगंज, गांधी प्रतिमा तक कैंडिल मार्च निकाला जिसका नेतृत्व महानगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने किया।
इसके पूर्व उन्नाव की रेप पीड़िता को 05 दिसम्बर 2019 को जलाकर हत्या करने की लोमहर्षक घटना के विरोध में 07 दिसम्बर 2019 को प्रातः 11ः00 बजे लोकभवन सचिवालय के मुख्य द्वार परअखिलेश यादव ने राष्ट्रीय सचिव श्री राजेन्द्र चौधरी तथा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल के साथ धरना दिया था और ऐलान किया था कि पार्टी, दिवंगत पीड़िता की मौत पर सभी जिला मुख्यालयों में शोक सभाएं करेगी।
अखिलेश यादव ने उन्नाव काण्ड पर गहरा दुःख जताते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार और उसे जिंदा जला देने की घटना अमानुषिक कृत्य है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। आज पूरे प्रदेश में महिलाएं और बच्चियों असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वे दहशत में जी रही है। राज्य सरकार महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानती है। भाजपा में ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने कहा उन्नाव की बेटी ने जो दर्द सहा है उसके प्रति सरकार का रवैया असंवेदनशील है। समाजवादी पार्टी संतप्त परिवार के साथ है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि उन्नाव की बेटी की हत्या में भाजपा सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। यह प्रदेश की हरनारी के गरिमामय जीवन व सुरक्षा का प्रश्न है। अगर भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री जी में अंशमात्र की संवेदनशीलता है तो वे त्याग पत्र दें। यह प्रदेश की हर नारी और हमारी भी मांग है।
पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्री नरेश उत्तम पटेल के साथ एम.एल.सी. श्री सुनील सिंह यादव एवं डाॅ0 राजपाल कश्यप, विधायक श्री अंबरीष सिंह पुष्कर, पूर्व मंत्री श्री रामआसरे विश्वकर्मा एवं जिलाध्यक्ष उन्नाव श्री धर्मेन्द्र यादव सहित पूर्व मंत्री श्री सुधीर रावत, पूर्व विधायक श्री उदयराज यादव तथा समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने नम आंखों एवं दुखी मन से मृतक के गांव में पहुंचकर उसके अंतिम संस्कार में भाग लिया और मृतका को श्रद्धांजलि अर्पित की।