नई दिल्ली,देश का सबसे बड़ा बैंक SBI कोविड-19 की वजह से पैदा हुई नई चुनौतियों के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए वर्क फ्रॉम होम से जुड़ी अपनी मौजूदा नीति में बदलाव पर काम कर है.देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. एसबीआई कोरोना संकट देखते हुए ‘घर से काम करने’ की अपनी मौजूदा नीति में बदलाव करते हुए अब कर्मियों को ‘कहीं से भी काम करने’ की दिशा में काम कर रहा है.
एसबीआई की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में बैंक डिजिटल टेक्नोलॉजी को त्वरित तरीके से अपनाएगा. साथ ही बैंक जोखिम और कारोबार से जुड़े नियमों का आकलन भी करेगा. बता दें कि कोविड-19 महामारी की वजह से यह पूरा साल काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. इसी को देखते हुए बैंक वर्क फ्रॉम होम से जुड़ी अपनी मौजूदा नीति को अपग्रेड कर रहा है.
एसबीआई के चेयरमैन बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने वार्षिक रिपोर्ट में कहा, एडमिनिस्ट्रेटिव काम को सुदूर स्थान से करने के लिए प्रोडक्टिविटी टूल्स और टेक्नोलॉजी मौजूद हैं. बैंक का कहना है कि ‘Work From Anywhere’ से ऑफिस आने-जाने का समय बच जाता है. इससे ग्राहकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने में मदद मिलती है. साथ ही वर्क लाइफ बैलेंस भी बेहतर होता है.
बैंक ने कहा, बैंक के 19 विदेश कार्यालयों में ‘Work From Anywhere’ को लागू कर दिया है और जल्द ही घरेलू ऑपरेशन्स में भी इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा. इससे बैंक की परिचालन लागत में कमी आने की उम्मीद है. साथ ही कर्मचारियों को काम करने के लिए अधिक प्रेरणा मिलेगी और उनकी उत्पादकता बेहतर होगी.
भारतीय स्टेट बैंक चेयरमैन रजनीश कुमार ने शेयरहोल्डर्स को कहा है कि कोविड-19 महामारी के चलते छंटनी और सैलरी कटौती से बैंक पर दबाव ‘तुलनात्मक रूप से कम’ होगा. इसका कारण उन्होंने बताया कि सरकारी और अर्ध-सरकारी सेक्टर के बिजनेस अनुपात SBI में ज्यादा है. बैंक शेयरहोल्डर्स को लिखे गये एक लेटर में रजनीश कुमार ने यह बात कही है. कुमार ने आत्मविश्वास जताते हुए कहा कि आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के बावजूद भी वित्त वर्ष 2019-20 में देश के सबसे बड़े बैंक का परफॉर्मेंस जबरदस्त रहा है. चालू वित्त वर्ष में भी यह जारी रहेगा.