लखनऊ, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को आगरा से लखनऊ लाने में पुलिस काे खासी मशक्कत करनी पड़ी जब पुलिस के वाहन के आगे कई कार्यकर्ता लेट गये जिन्हे बमुश्किल हटाया जा सका।
लाकडाउन के उल्लघंन के आरोप में श्री लल्लू को राजस्थान सीमा पर मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हे न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुकृति संत की अदालत में पेश किया गया। श्री लल्लू के अलावा पूर्व विधान परिषद सदस्य विवेक बंसल और प्रदीप माथुर को 20- 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई हालांकि रिहा होते ही लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया और कार में बैठा कर लखनऊ के लिये रवाना हो गयी।
दीवानी परिसर से कार के आगे कांग्रेसी सड़क पर लेट गए। पुलिस ने सभी को हटाया इसके बाद पुलिस प्रदेश अध्यक्ष को लेकर रवाना हो गई। श्री लल्लू को पुलिस लाइन में रखा गया था जबकि श्री बंसल और श्री माथुर को एत्माद्दौला थाने में रखा गया।
प्रवासी श्रमिकों को उनके घर छोड़ने के लिये कांग्रेस ने यूपी सरकार से एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी थी। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को शुरूआती दौर में मना करने के बाद सरकार ने अनुमति दे दी थी और कांग्रेस से बसों की सूची मांगी थी। सरकार का आरोप है कि बसों में कई खटारा बसों के अलावा आटो,टैक्सी के नम्बर दिये गये थे।
इसे लेकर सरकार ने श्रीमती वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। इस बीच श्री लल्लू को राजस्थान सीमा पर मंगलवार को लाकडाउन के उल्लघंन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।