चंडीगढ़, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि प्रदेश के सभी 22 जिलों में उद्योगों के विस्तार, निवेशकों को आकर्षित करने और रोजगार के अधिकाधिक अवसर पैदा करने के लिये राज्य सरकार ने क्लस्टर योजना बनाई है।
श्री खट्टर ने कहा कि इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बुनायदी ढ़ांचे जैसे सड़क, रेल की व्यवस्था, जो भी आवश्यक होगा उसे पूरा किया जाएगा। योजना के बारे में बताते हुये उन्होंने कहा कि इन 22 जिलों में विशेषकर गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत ऐसे जिले हैं जहां पहले से उद्योग चल रहे हैं। शेष जिलों में भी उद्योगों का विस्तार हो इसके लिए यह योजना बनाई गई है। जैसे सिरसा जिले में कृषि का अच्छा उत्पाद होता है तो वहां खाद्य प्रसंस्करण इकाई और कपड़ा उद्योग का कलस्टर तैयार करने के लिए योजना बनाएंगे। फतेहाबाद और जींद जिले में कृषि एवं खाद्य आधारित उद्योग, लोहा और इस्पात उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिसार जिले में लोहा और इस्पात का पहले से अच्छा उद्योग है उसे और अधिक बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार, भिवानी में कपड़ा उद्योग पहले से चल रहा है, इसे भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके साथ ही, खाद्य आधारित उद्योगों का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ जिला सरसों का क्षेत्र है और वहां तेल की मिलें अधिक हैं तो इसी उद्योग को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा, ऑटो कॉम्पोनेंट्स उद्योग भी लगाए जाएंगे। रेवाड़ी जिले में ऑटो कॉम्पोनेंट्स, कपड़ा उद्योग, नूंह जिले में फार्मास्यूटिकल उद्योग और केमिकल इंडस्ट्री, अंबाला में वैज्ञानिक उपकरण, पंचकूला में आईटी एवं आईटी-सक्षम सेवाओं, सोनीपत में कृषि एवं खाद्य आधारित और ऑटोमोबाइल कॉम्पोनेंट्स, फरीदाबाद में ऑटो कॉम्पोनेंट्स, निर्माण और इंजीनियरिंग, कृषि एवं खाद्य आधारित उद्योगों और चरखी दादरी में तेल की मिलों को बढ़ावा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनानगर में पहले से ही प्लाईवुड और इस्पात की फैक्ट्रियां है, वहां इसे बढ़ावा दिया जाएगा। इसी प्रकार, कुरुक्षेत्र में पेपर मिल, कृषि एवं खाद्य आधारित उद्योग लगाए जाएंगे। पानीपत में कपड़ा उद्योग पहले से चल रहा है, इसके साथ ही कृषि एवं खाद्य आधारित उद्योगों को बढ़ाया जाएगा। झज्जर में फुटवियर उद्योग विशेषकर बहादुरगढ़ में इस उद्योग का और अधिक विस्तार किया जाएगा। रोहतक में इंजीनियरिंग यूनिट्स को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा।
गुरुग्राम में ऑटोमोबाइल, ऑटो कॉम्पोनेंट, आईटी एवं आईटी- सक्षम सेवाओं, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग इन सबका विस्तार किया जाएगा। करनाल में कृषि एवं खाद्य आधारित, पैकेजिंग, फार्मास्यूटिकल उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा। श्री खट्टर के अनुसार 22 जिलों में क्लस्टर एप्रोच के साथ काम करेंगे ताकि हर जिले के अंदर जो काम करने वाले व्यक्ति, वर्कर और मजदूर हैं उन सबको काम में लगाया जाए ताकि बेरोजगारी दूर की जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा के नागरिकों को रोजगार के योग्य बनाने के लिए उनका कौशल विकास करना आवश्यक है और हरियाणा का एकमात्र श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, पलवल में युवाओं को कौशल परिक्षण करके उन्हें रोजगार योग्य बनाया जा रहा है ताकि विभिन्न प्रकार के उद्योगों में उन्हें काम मिले।