मथुरा, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि मूर्ति तोड़ने वाले मूर्ति लगाने की बात कहकर जनता को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं।
डा शर्मा ने सोमवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा “ जिन्होंने ब्राह्मण समाज का तिरस्कार किया,“तिलक तराजू और तलवार इनको मारो जूते चार’ जैसे नारे लगवाए तथा सपा शासन में जिन्होंने भगवान परशुराम की मूर्ति तोड़ने का रिकॉर्ड कायम किया वह आज भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने की बात कह रहे है। सपा के शासन में अकेले फिरोजाबाद में भगवान परशुराम की चार मूर्तियां तोड़ी गई थीं।”
उन्होने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार ने सामान्य वर्ग के लोगों को जब आरक्षण दिया था,तग इन्ही लोगों ने उसका विरोध किया था लेकिन आज अपनी जमीन खिसकती देख यही लोग घबराहट की स्थिति में हैं और जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है। वे आज बगुला भगत की स्थिति में आ गए है। जनता उनको अच्छी तरह जानती है,ऐसे लोगों को कई बार जनता नकार भी चुकी है ।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा और बसपा का जन्म जाति के आधार पर हुआ है। एक जाति को नीचा दिखाना किसी को आगे करना किसी का अतिवाद करना और किसी को प्रताड़ित करना यही इन दोनों पार्टियों का काम रहा है इसमें कांग्रेस इन लोगों का साथ देती रही है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक मिश्रा ने कहा था कि सामाजिक संस्था परशुराम चेतना पीठ लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची कांस्य की प्रतिमा लगवाएगी तो बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि यदि वे दुबारा सत्ता में आईं तो भगवान परशुराम की इससे बढिया और ऊंची प्रतिमा लगवाएंगी।