लखनऊ , उत्तर प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से पल पल बदलते मौसम के मिजाज के बीच रविवार को पूरब से पश्चिम तक आंधी तूफान ने जमकर तबाही मचायी। तूफानी हवाओं संग बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा जबकि राज्य भर में वर्षाजनित हादसों में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये।
राज्य के पश्चिमी इलाकों में दोपहर से मौसम बदल गया था और भरी दोपहर में अंधकार छा गया, फिर धूलभरी आंधी और पानी का शुरू हुआ तांडव करीब एक घंटे जारी रहा। शाम होते होते लगभग पूरे राज्य में चक्रवाती हवाओं ने जमकर कहर बरपाया वहीं बिजली गिरने और ओलावृष्टि ने जानमाल को व्यापक नुकसान पहुंचाया। तूफानी हवाओं से कई टिनशेड उड़कर दूर जा गिरे जबकि सैकड़ों पेड़ धराशायी हो गये। बिजली के खंभे और तार टूटने से दर्जनों इलाके अंधेरे में डूब गये।
पिछले कुछ दिनों से बार बार बदल रहे मौसम के मिजाज को देखते हुये राज्य में अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की फसल काटी जा चुकी थी लेकिन कई स्थानों पर देर से बोयी गयी फसल खेतों में पड़ी अथवा खलिहानों में पड़ी थी जिसको नुकसान पहुंचा वहीं आम बागवान मौसम के मिजाज से खासे आहत हुये और कच्चे आम पेड़ से टूटकर जमीन चूम गये। आंधी पानी से सब्जियों को खासा नुकसान हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू कश्मीर पर पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
इसके चलते अगले दो दिनों तक मौसम का मिजाज तल्ख बना रहने के आसार हैं।
आपदा राहत आयुक्त कार्यालय में परियोजना प्रबंधक मोहम्मद आरिफ ने बताया कि उन्हे अब तक वर्षाजनित हादसों में 27 लोगो के मरने की सूचना मिली है जिसमें बरेली,इटावा,फिरोजाबाद,ललितपुर में एक एक,कन्नौज मे दो, हरदोई मे दो, फतेहपुर में एक,बुलंदशहर में एक,चित्रकूट में दो,पीलीभीत में एक, बलिया में दो,सीतापुर में तीन, मिर्जापुर में एक,रायबरेली में एक,कासगंज में चार, लखनऊ में एक और बाराबंकी में दो लोगों की मृत्यु हो गयी है।
मेरठ,बुलंदशहर,नोएडा,मुरादाबाद में दोपहर बाद मौसम पलट गया और बादल छाने के कारण दिन में ही अंधेरा हो गया था। सहारनपुर में तेज आंधी के साथ काली घटा छाने से दिन में ही वाहन चालकों को दिन में ही हेडलाइट जलानी पड़ी। मुजफ्फरनगर में भी काली घटाओं और आंधी के साथ बौछार शुरू हो गई। उन्नाव, कन्नौज, कानपुर देहात और औरैया में खेत में पड़े गेहूं के गट्ठर गीले होने और भूसा उडऩे से किसानों को काफी नुकसान हुआ। फतेहपुर में पेड़ गिरने से बांदा-टांडा मार्ग, फतेहपुर औगासी मार्ग, जोनिहां मार्ग दो घंटे तक बाधित रहा। कई जगह तारों समेत खंभे गिर जाने से बिजली गुल हो गई और रात तक नहीं आई। पेड़ गिरने से घर और कई वाहनों को नुकसान पहुंचा।
बरेली से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आंधी और बारिश के दौरान बुखारा फरीदपुर मार्ग पर पुराना पाकड़ का पेड़ गिरने से महिला की मृत्यु हो गई। अपर जिलाघिकारी (वित्त राजस्व) मनोज पांडेय ने बताया कि कैंट क्षेत्र के गांव जल्लापुर निवासी मेवाराम की 40 वर्षीय हरदेवी खेत में काम करके घर लौट रही थीं कि बुखारा फरीदपुर मार्ग पर अचानक पाकड़ का पुराना पेड़ उखडकर महिला पर गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मिर्जापुर में रविवार को वारिश के बीच गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर से एक महिला की मृत्यु हो गई तथा एक किसान गम्भीर रूप से झुलस गया। बलिया जिले के सिकन्दरपुर क्षेत्र में बारिश के दौरान बिजली गिरने से किशोर समेत दो बच्चों की मृत्यु हो गई। गौतमबुद्ध नगर जिले में आंधी तूफान आने से थाना दनकौर इलाके के चुहडपुर गांव में निर्माणाधीन मकान की दीवार के गिर जाने से एक पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। आंधी तूफान में नोएडा सिटी सेंटर के पास की रेड लाइट टूट कर गिर गई। जबकि चिल्ला रेगुलेटर के पास पुलिस की बैरिकेड भी उड़ गई।
झांसी में दोपहर बाद आई आंधी के साथ हल्की बारिश ने जहां मौसम खुशनुमा कर दिया वहीं यहां से महज 15-20 किमी की दूरी पर स्थित बड़ागांव और चिरगांव में आंधी के साथ जबरदस्त बारिश और ओलावृष्टि भी हुई। मोंठ में भी तेज आंधी और भारी बारिश ने लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी तो गरौठा, गुरसरांय में तेज आंधी के साथ हल्की बारिश हुई। कई गांवों और कस्बों में कच्चे मकानों पर पड़ीं टीन की चादरें उड़ गयी, बिजली के तार लटक गये और खंभे टूट गये। इससे इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो गयी।