लखनऊ, सामाजिक संस्था बहुजन भारत ने उदयपुर (राजस्थान) में हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए केंद्र व राज्य सरकारों से बिना किसी भेदभाव के निष्पक्ष तरीके से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। संस्था मुख्यालय में हुई बैठक में संस्था के अध्यक्ष एवं पूर्व आईएएस कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि इस कृत्य की जितनी भी निंदा की जाए कम है, उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए, ताकि धार्मिक उन्माद भड़काने की कोशिश करने वालों के लिए यह नजीर बन सके।
कुंवर फ़तेह बहादुर ने कहा कि भारत का संविधान धर्मनिरपेक्ष है तथा सरकारों के द्वारा किसी धर्म विशेष को बढ़ावा देने की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्टरता का विरोध करना धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ ही सरकारों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह धार्मिक कट्टरता फ़ैलाने वालों को सामाजिक मान्यता ना दें क्योंकि धर्मान्धता किसी भी धर्म को लेकर हो उसका नुकसान सभी को होता है, ऐसे में शासन और प्रशासन का उत्तरदायित्व है कि धर्म के नाम पर नफरत फ़ैलाने वालों के खिलाफ चाहे वह किसी भी धर्म या जाति के हों उनपर ऐसी सख्त कार्रवाई करे, जो देश की जनता के नजीर बने, जिससे भविष्य में कोई भी इस तरह का कृत्य करने का साहस ना जुटा सके। उन्होंने कहा की धार्मिक कट्टरपंथी दूसरे धर्म के कट्टरपंथी का फायदा पहुंचाते हैं, इससे समाज को कोई लाभ नहीं होता है, समाज में रह रहे सभी धर्म व जाति के लोगों को किसी भी धर्म के कट्टरपंथियों के साथ खड़े होने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक दूसरे के धर्म के खिलाफ नफ़रत फैलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने में प्रशासन को निष्पक्षता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए, तभी शासन और प्रशासन का इक़बाल कायम होगा। संस्था के अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई होने से इसको लेकर दूसरे पक्ष में होने वाला आक्रोश काफी हद तक रुक जाता है। बैठक में संस्था के महासचिव चिंतामणि, उपाध्यक्ष नन्द किशोर, कोषाध्यक्ष राम कुमार गौतम, संयुक्त सचिव कृष्ण कन्हैया पाल, नवल किशोर ने भी अपने विचार रखे और बिना किसी भेदभाव के धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।