नयी दिल्ली, दिल्ली के छतरपुर में कोविड -19 से पीड़ित लोगों के लिए बनाये गये विश्व के सबसे बड़े सरदार पटेल क्वारंटीन सेंटर में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से पुस्तकालय स्थापित किया जा रहा है।
इस से मरीज ज्ञानवर्धक, सूचनाप्रद और मनोरंजक पुस्तकों के साथ अपने एकांतवास के समय का सदुपयोग कर सकेंगे। न्यास ने आज इसके लिए दिल्ली सरकार को एक हज़ार से अधिक पुस्तकों और ‘पुस्तक संस्कृति’ तथा ‘पाठक मंच बुलेटिन’ पत्रिकाओं की 100-100 प्रतियाँ सौंपी हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था के रूप में न्यास कोरोना संक्रमण काल में कई ऐसे कार्य कर रहा है जिससे पठनशील समाज इस संकट की घडी में स्वस्थ्य, तनावमुक्त और सकारात्मक रहे। इसी श्रंखला में दिल्ली सरकार के साथ यह प्रयोग किया जा रहा है।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक युवराज मलिक का कहना है कि अच्छी पुस्तकें कोरोना ग्रस्त लोगों को एक सात्विक मानसिक खुराक देती हैं जो उनके जल्दी रोगमुक्त होने में सहायक होता है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में गाज़ियाबाद के क्वारंटीन सेंटर में किये गये इस तरह के प्रयोग के सकारात्मक परिणाम रहे हैं और वहां से परिणाम आये थे कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की पुस्तकें क्वारंटीन सेंटर में आये लगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने में सक्षम हैं। प्राय: एकांतवास 14 दिन में लोग अपना समय मोबाइल पर खर्च करते हैं, लेकिन पुस्तकों का साथ होने पर वे जब यहाँ से जायेंगे तो उनके पास ज्ञान, सूचना, जिज्ञासा का एक ऐसा खजाना होगा जो उनके साथ जीवनभर रहेगा और क्वारंटीन सेंटर के दिन उन्हें एक उपलब्धि की तरह प्रतीत होंगे ।