औरैया, उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में दो दिन बाद फिर से आया टिड्डी दल कृषि विभाग की सक्रियता एवं किसानों की जागरूकता से बिना ठहराव किये इटावा के भरथना क्षेत्र के लिए निकल गया।
आसमान में फसलों के लिए आफत देख जिले के सहार, बिधूना एवं अछल्दा ब्लाक के किसानों ने ड्रम,थाली, बैंड, डीजे बजाये। शोर सुनकर टिड्डी दल नीचे नहीं उतरा और आगे निकल गया। अछल्दा ब्लाक में पुनः रात्रि में ठहराव की आशंका के मद्देनजर कृषि विभाग एवं प्रशासन व पुलिस तब तक सतर्क रही जब तक वह जिले की सीमा से बाहर नहीं उड़ गयीं।
कृषि विभाग के उप निदेशक विजय कुमार ने मंगलवार को बताया कि कानपुर देहात के ब्लाक मैथा से चले टिड्डी दल ने दोपहर करीब तीन बजे जिले में प्रवेश किया। टिड्डी दल को आसमान में देखकर पहले से चौकन्ने धुपखरी, उपरेंगा, पुर्वा दीना, पुर्वा भवानी, पुर्वा भग्गा, बराऊ, जैनपुर, सैदपुर, लखुनों, हरीपुर्वा, हरचन्द्रपुर, जागू कल्यानपुर, जागूपुर, नगलामोहन मुले पुरवा, देवराव, सुंदरपुर, पुर्वा मके, ऐली, सोहनी गांवों के किसान घरों से निकले और खेतों में पहुंच कर ड्रम, थाली, बैंड व डीजे के साथ तेज आवाज में शोरशराबा कर टिड्डी दल को फसलों पर बैठने का मौका नहीं दिया।
जिससे यह दल आसमान में उड़ते हुए फिर से अछल्दा ब्लाक के गांव वंशी, चिरैहा, तेजपुर, ग्वारी होता हुआ शाम को पुनः गढ़वाना, एलपी, नगला कमले, कुदरकोट, वैवहा, पुनावर आदि गांवों की ओर पहुंचा जहां उपजिलाधिकारी राशिद अली, पुलिस क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप सिंह, फायर ब्रिगेड़ की गाड़ियां, टैंकर आदि के साथ कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि पहले से डरे उक्त क्षेत्र के किसानों के सामूहिक प्रयास और सजगता से उक्त दल इस क्षेत्र में पुनः ठहराव नहीं कर सका। किसानों की सजगता का नतीजा था कि टिड्डी दल आसमान में ही उड़ता हुआ आगे इटावा के भरथना क्षेत्र के गांव बहारपुरा, भोली रमायन आदि की ओर निकल गया, जिससे उनकी फसलों, पेड़ व पौधों का नुकसान हाने से बच गया।