नयी दिल्ली, देश में कोरोना महामारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2,13,830 हो गई है और कोरोना रोगियों के ठीक होने (रिकवरी) की दर बढ़कर 54.13 प्रतिशत हो गई है।
इस समय 1,68,269 सक्रिय मामले चिकित्सीय देख-रेख में हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 9120 रोगी ठीक हुए हैं। देश में अब तक कोरोना से 12948 लोगों की मौत हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया कि दैनिक आंकड़ों का रुझान, बढ़ती रिकवरी दर और सक्रिय एवं ठीक हुए मामलों के बीच बढ़ता अंतर भारत की कोविड-19 के लिए समयबद्ध प्रबंधन की रणनीति को दर्शाता है।
राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के साथ तालमेल कर भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर उचित व्यवहार के बारे में लोगों को जागरूक करने, लॉकडाउन के कार्यान्वयन जैसे सक्रिय उपायों ने इस वायरस के प्रसार को काफी सीमित कर दिया। लॉकडाउन ने सरकार को परीक्षण सुविधाओं और स्वास्थ्य के ढांचे को बेहतर बनाने के लिए समय दिया, जिससे समय पर रोगियों का पता लगाने और कोविड-19 के मामलों के चिकित्सीय प्रबंधन के जरिए रिकवरी दर को सुधारना सुनिश्चित हुआ। इस प्रकार यह बढ़ता हुआ अंतर कोविड-19 को नियंत्रित करने की दिशा में सरकार के समयबद्ध, वर्गीकृत एवं अग्र-सक्रिय दृष्टिकोण और इस पर अनगिनत फ्रंटलाइन वर्कर्स के जरिए अमल का ही परिणाम है।
देश में इस समय कोरेाना की जांच में 715 सरकारी और 259 निजी प्रयोगशालाएं काम कर रही हैं और इनमें रियल-टाइम आरटी पीसीआर आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 543(सरकारी: 350 , निजी 193), ट्रू एनएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 356 (सरकारी: 338 , निजी: 18) और सीबीएनएएटी आधारित परीक्षण प्रयोगशालाएं 75 (सरकारी: 27 , निजी 48) हैं। पिछले 24 घंटों में 1,89,869 नमूनों की जांच की गई और अब तक 66,16,496 नमूनों की जांच की जा चुकी है। ।