पेयजल पर सर्वेक्षण् रिपोर्ट ,जानिये क्या है स्थिति
November 23, 2019
नयी दिल्ली , देश में ग्रामीण क्षेत्राें में 87.6 फीसदी और शहरी क्षेत्रों में 90.9 फीसदी परिवारों की पहुंच पूरे वर्ष पर्याप्त पेयजल तक होती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के पेयजल, साफ सफाई, स्वच्छता और आवास की स्थिति पर राष्ट्रीय सर्वेक्षण की 76 वें दौर की रिपोर्ट के अनुसार लगभग ग्रामीण क्षेत्रों में 58.2 प्रतिशत और 80.7 प्रतिशत परिवारों के पास अपने आवासीय क्षेत्र के भीतर पेयजल की सुविधा उपलब्ध है।
ग्रामीण क्षेत्र के 94.5 प्रतिशत और शहरी क्षेत्र के 97.4 प्रतिशत परिवार विकसित पेयजल स्रोत का इस्तेमाल करते हैं। इनमें बोतल बंद पानी, पानी के टैंकर और नल का पानी आदि शामिल है। सर्वेक्षण में ग्रामीण और शहरी परिवारों के रहन सहन की स्थिति, जीवन स्तर, आजीविका के साधन, मकान की हालत, साफ सफाई, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और उपभोक्ता खर्च के आकलन का प्रयास किया गया। सर्वेक्षण में एक लाख छह हजार 838 परिवारों को शामिल किया गया। इनमें शहरी क्षेत्र की 3614 बस्तियों के 43 हजार 102 परिवारों और ग्रामीण क्षेत्रों की 5378 बस्तियों के 63 हजार 736 परिवारों को शामिल किया गया।
सर्वेक्षण के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 42.9 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 40.9 प्रतिशत परिवार पेयजल के लिए हैँडपंप का इस्तेमाल करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 50.3 प्रतिशत परिवारों और शहरी क्षेत्रों में 75 प्रतिशत परिवारों के पास निजी स्नानागार हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 71.3 प्रतिशत परिवारों और शहरी क्षेत्रों के 96.2 प्रतिशत परिवारों की शौचालय तक पहुंच हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में 96 प्रतिशत परिवारों और शहरी क्षेत्रों में 63.8 प्रतिशत परिवारों के पास अपना आवास है। इसके अलावा 93.9 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों और 99.1 प्रतिशत शहरी परिवारों के पास बिजली कनेक्शन है। ग्रामीण क्षेत्रों में 48.3 प्रतिशत परिवारों और शहरी क्षेत्रों में 86.6 प्रतिशत परिवारों के पास एलपीजी का कनेक्शन हैं।