संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज बोली,पाक के चेहरे पर न झेंप न माथे पर शिकन,पाकिस्तान आतंक फैलाने के साथ उसे नकारने में भी माहिर
September 29, 2018
न्यूयॉर्क, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें अधिवेशन को संबोधित किया। अपने 22 मिनट के भाषण में सुषमा स्वराज एक बार फिर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर जमकर बरसीं । उन्होने कहां पाक में आतंकी चुनाव लड़ रहे हैं, रैलियां कर रहे हैं, पर पाक के चेहरे पर न झेंप न माथे पर शिकन।
संयुक्त राष्ट्र महासभा का यह अधिवेशन ऐसे समय में हो रहा है, जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी जारी है, सीमा पर भी तनाव है।सुषमा स्वराज ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाईं। सुषमा ने कहा कि भारत दशकों से आतंकवाद झेल रहा है। हमारा दुर्भाग्य है हमें अपनी चुनौती अपने पड़ोसी से मिल रही है। हाल ही में सीमा पर बीएसएफ जवान की बर्बरतापूर्वक हत्या और कश्मीर में 3 पुलिसकर्मियों की आतंकियों द्वारा अगवा कर हत्या किए जाने के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। उस देश को अपने किए हुए को नकारने की भी पूरी आदत है। इसका सबसे बड़ा सबूत ओसामा बिन लादेन का वहां पर मिलना है।
26/11 हमले के मास्टरमाइंड का जिक्र करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका पर हुए हमले 9/11 का मास्टरमाइंड लादेन तो मारा गया, लेकिन सईद अबतक खुला घूम रहा है, रैलियां करता है, चुनाव लड़ता है और भारत को धमकियां भी देता है। दुनिया ने पाकिस्तान का चेहरा पहचान लिया है। पाकिस्तान हमेशा धोखा देता है। उन्होंने कहा, हम मानते हैं कि बातचीत से जटिल से जटिल मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं। लेकिन हर बार पाकिस्तान की हरकतों व उनके व्यवहार के कारण के चलते बातचीत रुकी। सुषमा ने कहा कि पहले की सरकारों की तरह मोदी सरकार ने भी बातचीत का रास्ता अपनाया था, इसलिए पीएम मोदी ने अपने शपथ ग्रहण में सार्क देशों के प्रमुखों को बुलाया था। सुषमा ने कहा कि वह खुद भी इस्लामाबाद गईं थी, लेकिन उसके तुरंत बाद ही पठानकोट हमला हुआ। पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमारन खान द्वारा भेजे गए बातचीत के प्रस्ताव पर भी सुषमा ने भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि भारत ने वार्ता के लिए हामी भर दी थी, लेकिन उसी वक्त 3 भारतीय सैनिकों का अपहरण करके उनमें से एक को मार दिया था। हम पर बातचीत को रोकने का आरोप लगता है। यह सफेद झूठ है।
सुषमा स्वराज ने कहा,मानवाधिकारों का सबसे बड़ा दमनकारी कौन है, जो लोग किसी भी तरीके से निर्दोष लोगों की जान ले लेते हें वे अमानवीय व्यवहार का पक्ष लेते हैं मानवाधिकारों का नहीं, पाकिस्तान हत्यारों को महिमामंडित करता है, उसे मासूमों का खून नहीं दिखता।सुषमा स्वराज ने कहा, पाकिस्तान डबल गेम खेलता है, एक तरफ भारत को बातचीत का प्रस्ताव देता है तो दूसरी ओर बीएसएफ के तीन जवानों की हत्या कर देता है, छल करना पाकिस्तान की आदत है।
सयुक्त राष्ट के मंच से सुषमा ने कहा कि हमारे युग की सबसे बड़ी चुनौती जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद के अस्तित्व के खतरों से आती है। मुंबई और न्यूयॉर्क आतंकवाद हर जगह है। पड़ोसी देश से आतंकवाद आता है। पाकिस्तान आतंकवाद को निर्यात करता है।वसुधैव कुटुंबकम् की बुनियाद है परिवार। और परिवार प्यार से चलता है, व्यापार से नहीं परिवार मोह से चलता है, लोभ से नहीं, परिवार संवेदना से चलता है, ईर्ष्या से नहीं ,परिवार सुलह से चलता है, कलह से नहीं इसीलिए हमें UN को परिवार के सिद्धांत पर चलाना होगा। संयुक्त राष्ट्र को स्वीकार करना होगा कि इसे मौलिक सुधार की जरूरत है। सुधार कॉस्मेटिक नहीं हो सकता है। सुधार आज शुरू होना चाहिए कल बहुत देर हो सकती है।
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को सम्मान देता है और उनके लिए डाक टिकट तक जारी करता है। विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसी हरकतों को कानून बनाकर तब ही रोका जा सकेगा जब आतंकवाद की परिभाषा साफ होगी। उन्होंने कहा कि अगर इसमें देर की गई तो आतंकवाद का दानव दुनिया को निगल लेगा।