नई दिल्ली,उत्तर प्रदेश में बीते कुछ महीनों में कैदियों की मौत के कई मामले आए है. जिसके बाद ताजा मामला पीलीभीत जिला जेल का है. जिसमें एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है.
एक तरफ जेल प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या करने का आरोप लगाया है. जिस तरीके से पांच माह में तीन कैदियों की संदिग्ध मौत हुई है, इससे जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और कैदियों के देखभाल पर सवाल खड़ा हो रहा है.
पीलीभीत जेल में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब एक कैदी की सुबह लगभग 5 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया. जानकारी के अनुसार मरने वाले कैदी का नाम अनिल कुमार है, वह 53 वर्ष का था. वह दियोरिया कलां थाना इलाके के मकरंदपुर गांव का रहने वाला था. धारा 323, 325, 504, 506 सहित एससीएसटी एक्ट में वह 4 वर्ष की सजा काट रहा था.
जेल प्रशासन के अनुसार कैदी के सीने में दर्द उठा. उसे एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. दूसरी तरफ परिजनों ने जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगते हुए कहा कि मुकदमे में विपक्षियों के कहने पर उसकी जेल में हत्या कर दी गई है. मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी 4 बेटे व 2 बेटियों के साथ सदमे में है.