नई दिल्ली, 1947 में भारत को आजादी मिलने के साथ ही वो दर्द भी मिला जो हमेंशा सालता रहता है। सिंधु सभ्यता के गौरवगाथा का गान करने वाले लोग दो अलग-अलग देशों के हिस्सा बन चुके थे। जो वर्षों तक एक दूसरे के हमराज थे वे खाटी दुश्मन बन गए। …
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