बिना चेहरा और नाम देखे, कर आकलन की ई-आकलन को लेकर खुशखबरी
September 22, 2019
नयी दिल्ली, सरकार की आयकर अधिकारियों और करदाताओं के बीच सीधे आमना-सामना किये बिना कर आकलन करने की महत्वकांक्षी योजना के तहत ई-आकलन का राष्ट्रीय केंद्र दिल्ली में स्थापित किया जाएगा।
बिना चेहरा और बिना नाम देखे इलेक्ट्रानिक प्रणाली के जरिये छांटी गई ई-आकलन की यह प्रणाली अगले महीने से शुरू होनी है। ‘फेसलैस एंड नेमलैस’ से सरकार की कोशिश आयकर आकलन की ऐसी व्यवस्था को अपनाने से है जो पूर्णतया कंप्यूटरीकृत हो ताकि इसमें अधिकारी और करदाता का सीधे आमना सामना नहीं हो। इससे भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लग सकेगा।
आयकर विभाग के लिए निर्णय लेने वाली शीर्ष इकाई केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस संबंध में राष्ट्रीय ई-आकलन केंद्र की स्थापना करने का आदेश जारी किया है। इस केंद्र में 16 अधिकारी कार्यरत होंगे। इनका नेतृत्व प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (पीसीसीआईटी) के हाथ में होगा। भारतीय राजस्व सेवा के 1984 बैच के वरिष्ठ अधिकारी के एम प्रसाद को इस नये केन्द्र का प्रमुख यानी पीसीसीआईटी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही 1993 बैच के आईआरएस अधिकारी अशीष अबरोल को इस इकाई का आयुक्त यानी उप-प्रमुख बनाया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह केंद्र एक स्वतंत्र कार्यालय के तौर पर कार्य करेगा और इसके पास सिर्फ ई-आकलन का ही काम होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि जब देश में ‘विजयादशमी’ का उत्सव मनाया जा रहा होगा उसी दिन आठ अक्टूबर से ई-आकलन योजना शुरू होगी। इस केंद्र का काम आयकर रिटर्न का ई-आकलन कर आयकर दाताओं को नोटिस जारी करना और उनसे 15 दिन के भीतर जवाब हासिल करना होगा।