लखनऊ, पांच मई से शुरू हो रहे मूल्यांकन कार्य का शिक्षक बहिष्कार करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि जान है तो जहान है
कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा के पांच मई से मूल्यांकन कार्य शुरू कराने के निर्णय की आलोचना करते हुए माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा है कि संगठन अपने शिक्षकों के जान की कीमत पर मूल्यांकन कार्य हरगिज़ नहीं होने देगा।
प्रान्तीय उपाध्यक्ष रमेश सिंह ने जारी बयान में कहा है कि मूल्यांकन केन्द्र संसाधन विहीन होने, पब्लिक ट्रान्सपोर्ट बन्द होने, प्रदेश के कई जिले रेड जोन में होने और हजारों शिक्षकों के रेड जोन वाले जिलों में फंसे होने के कारण सरकार का यह निर्णय बेतुका और शिक्षकों की जान जोखिम में डालने वाला है।
उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक संगठन संकट के इस दौर में शिक्षकों और उनके परिवार की रक्षा के लिए एकमंच पर एकत्र होते हुए मूल्यांकन बहिष्कार को सफल बनाते हुए संगठन की सार्थकता सिद्ध करें।
उन्होंने प्रदेश के सभी सम्मानित शिक्षक साथियों का आह्वान किया है कि वे सरकार की दमनात्मक कार्यवाहियों से भयभीत हुए बिना मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करें क्योंकि जान है तो जहान है।