गुवाहाटी, असम में सार्वजनिक और निजी दोनों शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों तथा कर्मचारियों को एक सितंबर से अपनी ड्यूटी शुरू करने से पहले अनिवार्य रूप से कोरोना वायरस (कोविड-19) जांच करानी होंगी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्व शर्मा ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा,“मैं समझता हूं कि कईं लोग इस महामारी के दौरान अपने-अपने काम के स्थान से घर के लिए रवाना हुए हैं। लेकिन अब उन्हें वापस आना चाहिए और एक सितंबर को कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित होना चाहिए। कोरोना निगेटिव पाए जाने पर ही उन्हें एक सितंबर से अपनी ड्यूटी में शामिल होना होगा।”
उन्होंने कहा,“एक सितंबर को ड्यूटी में शामिल होने में विफल रहने वाले किसी भी शिक्षक या अन्य कर्मचारी पर ‘बिना वेतन के छुट्टी’ लागू की जाएगी।”उन्होंने उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के तहत कुल 3,980 शिक्षकों के पदों के प्रांतीयकरण की भी घोषणा की।
गौरतलब है कि राज्य में छह वर्षाें के बाद सरकार ने शिक्षकों के पदों के प्रांतीयकरण की घोषणा की है।