नई दिल्ली, कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर हाईकोर्ट को तीन दिन के लिये बंद रखा जाएगा।
दिल्ली हाईकोर्ट कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बुधवार को प्रायोग के तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये सुनवाई करने की कोशिश कर रहा है,
जिसे अगले सप्ताह पूरी तरह लागू किया जा सकता है। चीफ जस्टिस डी.एन. पटेल और जस्टिस सी. हरि शंकर ने कहा कि प्रायोगिक तौर पर सुनवाई की जा रही है
ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की यह प्रणाली सुचारू और सफलतापूर्वक काम कर रही है।
अदालत ने कहा कि अगले सप्ताह से कुछ मामलों में सुनवाई शायद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की जाए। बैंच उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी,
जिसमें अदालत की कार्यवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये करने की मांग की गई थी ताकि कोई भी कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति अदालत परिसर में नहीं आएं।
कोरोना वायरस की वजह से साकेत अदालत के प्रवेश गेट को बुधवार को बंद कर दिया गया। जिला जज साहब व साकेत बार एसोसिएशन ने लोगों से अदालत न आने
की अपील की है। हालांकि, जमानत याचिका पर सुनवाई चल रही है।
इसके स्थान पर इलाहाबाद हाईकोर्ट 1 व 2 जून और अप्रैल में एक शनिवार को कोर्ट खोला जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, इलाहाबाद हाईकोर्ट का एक कर्मचारी बीते दिनों इंडोनेशिया से लौटा है, उसे बुखार होने पर जांच के लिए भेजा गया है।
हाईकोर्ट प्रशासन ने इसके मद्देनजर एक अर्जेंट बैठक बुलाई थी। वहीं कोरोना के एक संदिग्ध मरीज को एसआरएन अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
वह 9 मार्च को इटली से लौटा है। उसे जुकाम और खांसी की शिकायत है। सीएमओ समेत कई बड़े मेडिकल अफसर जांच में जुटे हैं।
बताया जा रहा है कि संदिग्ध की बहन दिल्ली में रहती है। वो भी कोरोना पॉजिटिव है। फिलहाल अभी कोई भी अधिकारी इस पर ज्यादा बोलने को तैयार नहीं है।