लखनऊ, देश के 60 लाख एवं उ0प्र0 के 13 लाख पेंशनविहीन शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों की पुरानी ंपेंशन बहाली हेतु नेशनल मूवमेण्ट फाॅर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अटेवा-पेंशन बचाओ मंच,उ0प्र0के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय कुमार ‘‘बन्धु’’ के आह्वान पर पूरे देश में शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया।
अटेवा के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा 1 जनवरी, 2004 को तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व0अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा पुरानी पेेंशन योजना को समाप्त कर नई पेंशन योजना को प्रारम्भ किया गया। यह दिन इतिहास में कर्मचारियों के लिए काला दिन है क्योंकि इसी दिन देश के शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना का अध्याय खत्म कर नई पेंशन योजना का काला कानून लागू किया गया। पुरानी पेंशन योजना समाप्त हो जाने से 1 जनवरी, 2004 के बाद से नियुक्त होने वाले कर्मचारियों को बुढ़ापे में आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर एक दिन का सांसद और विधायक चुने जाने वाले नेता को आज भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल जो कि अभी भी वर्तमान में विधायक हैं, सेवामुक्त होने की स्थिति में प्रतिमाह 5.26 लाख रूपये पेंशन बनेगी जो कि वर्तमान में महामहिम राष्ट्रपति को मिलने वाले वेतन से भी अधिक होगी, जो कि अपने आप में एक रिकार्ड होगा। लगातार भारत सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना की बहाली का विरोध किये जाने से पूरे देश के शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों में निराशा का भाव है क्योंकि अंग्रेजों के समय से सामाजिक सुरक्षा के तहत मिलने वाली पेंशन को आजाद भारत की सरकारों ने समाप्त कर कर्मचारियों के बुढ़ापे के तहत मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा-व्यवस्था को समाप्त कर दिया है।
नेशनल मूवमेण्ट फाॅर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अटेवा-पेंशन बचाओ मंच,उ0प्र0के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय कुमार ‘‘बन्धु’’ ने इस अवसर पर कहा कि अब भी समय है यदि भारत सरकार ने देश के 60 लाख कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल न की तो आने वाले समय में जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में देश का कर्मचारी भारत सरकार के खिलाफ जोरदार अभियान छेडेगा और पुरानी पेंशन बहाल करा कर ही दम लेगा। इसी क्रम में लखनऊ में ल0वि0वि0, सिंचाई, बेसिक शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों के शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया और भारत सरकार व उ0प्र0सरकार से तुरंत पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग की।