थाने में दलित युवक की मौत के चौथे दिन भी परिजनों ने नहीं उठाया शव धरना जारी
March 1, 2020
बाड़मेर , थाने में दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत के चौथे दिन भी परिजनों ने अपनी मांगों को लेकर शव नहीं उठाया है और धरना जारी है।
राजस्थान के सीमांत बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण थाने में दलित युवक जितेंद्र खटीक की पुलिस हिरासत में मौत के चौथे दिन भी परिजनों ने अपनी मांगों को लेकर शव नहीं उठाया है और धरना जारी है।
जितेन्द्र का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखा हैं और उसके बाहर दलित समाज मांगों को लेकर धरने पर बैठा हैं, प्रशासन ,और पुलिस अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी धरनार्थियों के साथ कई दौर की बातचीत की मगर कोई नतीजा नहीं निकला। इसी बीच धरने पर बैठी मृतक की माता की तबियत आज खराब हो गई। उन्हें राजकीय अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है।
चार दिन से दलित समाज अपनी चार सूत्री मांगों के साथ मोर्चरी के बाहर धरने में बैठे हैं, शनिवार को चौथे दौर की वार्ता असफल होने के बाद रविवार को राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने धरनार्थियों से वार्ता कर उनकी मांगों को सुना तथा राज्य सरकार से बातचीत का आश्वासन दिया। इस बीच जिला कलेक्टर अंशदीप एवं विधायक मेवाराम जैन भी धरनास्थल पहुंचकर धरना दे रहे लोगों से वार्ता कर शव उठाने का आग्रह किया, मगर धरनार्थी मामलेे की सीबीआई जांच, थानाधिकारी की गिरफ़्तारी, एक करोड़ रुपए का मुआवजा, आश्रित को सरकारी नौकरी की मांगों पर अड़े हुए हैं।
उधर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने विधायक मदन दिलावर के नेतृत्व में इस प्रकरण की जांच के लिए चार सदस्य टीम का गठन किया है।