रामलला का पक्ष रखने वाले वकील व शहीद कारसेवकों के परिजन हुये सम्मानित
November 23, 2019
अयोध्या, अयोध्या के संत धर्माचार्यों ने उच्चतम न्यायालय में रामलला की पैरवी करने वाले वकीलों को सम्मानित किया है।
विश्व हिन्दू परिषद मुख्यालय कारसेवकपुरम् में संत.धर्माचार्यों ने उच्चतम न्यायालय में श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का पक्ष रखने वाले अधिवक्ता केशव पाराशरण, सीएस वैद्यनाथन, भरत कुमार, पीण्वी0 योगेश्वरन् को अंगवस्त्र व राम मंदिर मॉडल का मूवमेंटो देकर स्वागत एवं सम्मानित किया गया है।
इस अवसर पर 1990 में राम मंदिर के लिये बलिदान देने वाले शहीद कारसेवकों महावीर अग्रवाल, रमेश पाण्डेय, वासुदेव गुप्ता, रमेशचन्द्र आदि के परिजनों को सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा श् आज बड़ी खुशी की बात है कि सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ताओं द्वारा रामलला के पक्ष में बात रखने पर और रामलला के पक्ष में ही निर्णय आने से अयोध्या धन्य हो गयी है।
विश्व विख्यात कथा प्रवक्ता साध्वी ऋतम्भरा ने कहा कि अधिवक्ता पाराशरण का पूरा परिवार रामलला के लिये समर्पित है। इन्होंने न्यायालय में अपने जूते उतारकर और इतनी ज्यादा आयु में जज के सामने खड़े होकर बहस की जो बहुत ही काबिले तारीफ है। इन्हीं की बहस पर सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला देकर बहुत बड़ा इतिहास रच दिया।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम की नीयत निश्चित थी और किसको क्या भूमिका निभानी है वह भी निश्चित थी। उन्होंने कहा कि हमारे रामलला ने केशव पाराशरण को ही चुना जो 92 वर्ष की अवस्था में रामलला का केस लड़ रहे थे यह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि इतने आनन्दए रोचक अनुभव मैंने जीवन में कभी नहीं किया।
विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पतराय ने कहा कि इन अधिवक्ताओं की इच्छा थी कि अयोध्या में आकर रामलला का दर्शन किया जाय लेकिन यह तय नहीं हो पा रहा था। रामलला का दर्शन मंदिर निर्णय के पहले हो या बाद में दर्शन तो होना ही चाहिये था। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में हम केशव पाराशरण को पितामह कह सकते हैं जो 90 वर्ष के हैं। अधिवक्ता केशव पाराशरण के परिवार वाले आज श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन भी किया और सरयू जी में स्नान भी किया।
इस अवसर पर दशरथ महल के महंत देवेन्द्राप्रसाचार्या, मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी कमल नयन दास शास्त्री, जगद्गुरू स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर, उदासीन आश्रम के महंत डा स्वामी भरत दास, स्वामी जितेन्द्रानन्द, सुग्रीव किला के महंत स्वामी विश्वेष प्रपन्नाचार्य, विहिप अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक दिनेशचन्द्र, सद्गुरू संत महंत सियाकिशोरी शरण, बड़ाभक्तमाल अवधेश कुमार दास, दंत धावन कुण्ड महंत नारायणाचारी, विहिप के केन्द्रीय सलाहकार सदस्य पुरुषोत्तम नारायण सिंह, महंत गिरीशपति त्रिपाठी, महंत प्रेमदास रामायणी, महंत रामकुमार दास, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य विनय कटियार, पूर्व विधायक पवन पाण्डेय, पूर्व बजरंग दल के संयोजक प्रकाश शर्मा, सांसद लल्लू सिंह,अयोध्या विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, मिल्कीपुर विधायक गोरखनाथ बाबा, रामसखा त्रिलोकीनाथ पाण्डेय, ज्ञानी सुरजीत सिंहए विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा आदि संत व रामभक्त उपस्थित थे।