लखनऊ , उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से हटा दिया गया है।
अग्रवाल को 14 जुलाई को अभियान का जिला महामंत्री नियुक्त किया गया था। सोशल मीडिया में इस नियुक्ति को लेकर तीखी प्रतिक्रियायें हुयी थी। इस बीच दिवंगत पुलिस अधिकारी की पत्नी रजनी सिंह ने सरकार से सवाल किया था कि इस तरह की नियुक्ति को लेकर क्या एक और विकास दुबे पैदा करने की कोशिश की जा रही है। सरकार को क्या नहीं पता कि उसकी कार्यकारिणी में किसको शामिल किया जा रहा है।
इस बीच जागरूकता अभियान के जिलाध्यक्ष प्रियतम कुमार प्रेम ने पत्र जारी कर कहा कि पत्रकारों से जानकारी हुयी कि शिखर चिगरावटी कांड का आरोपी है। मामले की जानकारी के बाद शीर्ष नेताओं से विचार विमर्श के बाद उसे प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान से हटा दिया गया है और अब उसका संगठन से कोई लेना देना नहीं है।
गौरतलब है कि इस जागरूकता अभियान के मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों में रमेश पोखरियाल निशंक,नरेन्द्र तोमर और गिरिराज सिंह समेत मोदी सरकार के कई मंत्री शामिल हैं।
बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पिछले साल गोहत्या के एक मामले में बवाल के बीच हत्या कर दी गयी थी जिसका मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल है। जमानत पर छूट कर आने के बाद भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उसका गर्म जोशी से स्वागत किया था जो जनता को रास नहीं आया था।