नई दिल्ली, पूरी दुनिया के इंटरनेट यूजर्स अगले 48 घंटे में कभी भी नेटवर्क फेलयर जैसी दिक्कत का सामना कर सकते हैं। टेक विशेषज्ञों के मुताबिक, साइबर हमलों से निपटने के लिए दुनिया के मुख्य डोमेन सर्वर की मेंटेनेंस की जाएगी। दुनिया के मुख्य डोमेन सर्वर में डॉट काम, डॉट इन, डॉ ओआरजी आदि से जुड़ी वेबसाइट डाउन रह सकती हैं। Internet बंद होना यूजर्स के नेटवर्क और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स पर भी काफी हद तक निर्भर करेगा।
इंटरनेट कॉर्पोरेशन ऑफ असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स इस दौरान क्रिप्टोग्राफिक की बदलकर इस दौरान मेंटनेंस का काम करेंगी। इससे इंटरनेट की अड्रेस बुक या डोमेन नेम सिस्टम (DNS)को प्रोटेक्ट करने में मदद मिलेगी। ICANN ने कहा कि साइबर अटैक की बढ़ती घटनाओं से बचने के लिए मेंटनेंस का यह काम करना जरूरी हो गया है।
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एक बयान में कम्युनिकेशन्स रेगुलेटरी अथॉरिटी (CRA) ने कहा कि ग्लोबल इंटरनेट शटडाउन, सुरक्षा, स्थिर और लचीले डीएनएस के लिए बेहद जरूरी है। अथॉरिटी ने आगे बताया, ‘स्पष्ट कर दें कि, अगर यूजर्स के नेटवर्क ऑपरेटर्स या इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) इस बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं तो कुछ इंटरनेट यूजर्स को इससे परेशानी हो सकती है। हालांकि, उचित सिस्टम सिक्यॉरिटी एक्सटेंशन्स को इनेबल कर इस प्रभावक को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है।’
इंटरनेट यूजर्स को अगले 48 घंटोंं के दौरान वेब पेज ऐक्सेस करने या किसी ट्रांज़ेक्शन करने में दिक्कतें हो सकती हैं। इसके साथ ही अगर यूजर्स आउटडेटेड ISP का इस्तेमाल करते हैं तो ग्लोबल नेटवर्क को ऐक्सेस करने में असुविधा हो सकती है।