लखनऊ, उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने विभिन्न सरकारी योजनाें के नाम पर लोगाें को झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को आज कानपुर से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सूचना मिलने पर एसटीएफ ने मोबाइल टावर ,उद्योग लगाने, डूडा लोन दिलाने, बालिका स्मृति योजना, फसल बीमा योजना, हेल्थ बीमा, राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास आदि योजनाओं के नाम पर झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड नालंदा बिहार निवासी नवीन गिरि को आज कानपुर के बिधनू इलाके में रमईपुर तिराहा से गिरफ्तार कर लिया। यह आरोपी फिलहाल लखनऊ के विनीत खण्ड गोमतीनगर में रहता है। गिरफ्तार आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन। कूटरचित दस्तावेज व डायरी। विभिन्न बैंको की चेक, एटीएम कार्ड और अपोलो लिखी मोहर आदि बरामद की।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ को विगत काफी समय से विभिन्न सरकारी योजनाओं के नाम पर पैसे की ठगी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इसी दौरान कानपुर के थाना बिधनू पर सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम के तहत आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। इसकी गिरफ्तारी के लिए कानपुर पुलिस द्वारा सहयोग एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया गया था। जिसके क्रम में अनिल कुमार
सिसोदिया, प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम को अभिसूचना संकलन के लिए निर्देशित किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में सटीक सूचना मिलने पर आज रमईपुर तिराहा कानपुर से नवीन गिरि को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ पर गिरफ्तार ठग ने बताया कि उसके पास जो मोबाइलें बरामद हुई है, इसी में अलग-अलग सिम बदल कर लोगों को सरकारी योजनाओं अर्थ केयर, रिलायंस जियो टावर लगवाने, उद्योग लगाने,
डूडा लोन दिलाने, बालिका स्मृति योजना, फसल बीमा योजना, हेल्थ बीमा, राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास योजना आदि के नाम पर लोगों को झांसा देकर व उनसे कोरियर से चेक मंगाकर ठगी करता है। इन लोगों का एक संगठित गिरोह है जो विभिन्न राज्यों में सक्रिय होकर कार्य करता है व ठगी करके धन अर्जित करता है। यह गिरोह पांच साल में सैंकड़ों लोगों से लाखों रूपयों की ठगी कर चुका है। गिरफ्तार आरोपी को जेल भेज दिया। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।