रांची, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय जनताा दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मिलने वालों की संख्या पर एक बार फिर प्रश्नचिह्न खड़े करते हुए रविवार को कहा कि जेल मैनुअल और कानून की धज्जियां उड़ा कर श्री यादव से राजनेताओं की मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी है।
प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजद सुप्रीमो श्री यादव से राजनेताओं की मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी है और इस दौरान जेल मैनुअल और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा की जेल आईजी ने कहा की केली बंगला को जेल नहीं माना जा सकता है। यह बयान पूरे तरीके से निराधार है क्योंकि उच्च न्यायालय ने अपने 24 अगस्त 2018 के आदेश में लालू प्रसाद को रिम्स में इलाज करने की सुविधा देते हुए यह टिप्पणी की थी यह इलाज रांची में हिरासत में हो।
श्री शाहदेव ने कहा कि जेल एक्ट (1894) का सेक्शन 3(1) कहता है कि जेल वह कोई ऐसी जगह भी हो सकता है सजायाफ्ता कैदी को अल्पकाल के लिए भी रखा जाए। इसलिए सरकार या अधिकारी कुछ भी कहे लेकिन तकनीकी रूप से लालू प्रसाद फिलहाल राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान ( रिम्स) में हिरासत में है और उनके ऊपर जेल मैनुअल के सारे नियम लागू होंगे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुलाकात के दौरान भी जेल मैनुअल का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। जेल मैनुअल के अनुसार किसी भी मुलाकाती को मिलने से पहले जेल अधीक्षक से लिखित आदेश अनिवार्य रूप से लेना होगा। लेकिनअधिकांश नेता मौखिक आदेश से ही लालू प्रसाद से मिल रहे हैं।