मुंबई, 26 नवंबर 2008 को मुंबई हुए आतंकी हमले को 10 साल हो गये है। पूरे देश को हिला देने वाले इस आतंकी हमले को 10 लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।
भारत के मुंबई में 26 नवंबर 2011 को हुए सबसे खौफनाक आतंकवादी हमले की आज 10वीं बरसी है। पूरे देश को हिला देने वाले इस आतंकी हमले को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। कई जगहों पर हमले कर 166 लोगों की हत्या कर दी थी। मरने वालों में अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे ।दोनों ओर से हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 9 आतंकियों को मौके पर मार गिराया था। वहीं एक आतंकी अजमल कसाब को पुलिस ने जिंदा पकड़ लिया था।अजमल कसाब को भारतीय अदालत ने मौत की सजा दी जिसके बाद उसे फांसी पर चढ़ा दिया गया।
आज हमले की 10वीं बरसी पर एक बार फिर देशभर में शोक मनाया जा रहा है। हमले की बरसी के मौके पर अमेरिका ने भी शोक जाहिर किया। वहीं रविवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पियो ने हमले की बरसी पर शोक जताया और एक बड़ी घोषणा की है।अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने 26/11 हमले से आंतकियों के बारे में कोई भी सूचना देने पर इनाम का ऐलान किया है। पोम्पियो ने कहा, 26/11 हमले की साजिश से जुड़े हाफिज सईद, जकीउर्रहमान लखवी को पकड़वाने पर 50 लाख डॉलर, 35 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, हमले के दोषियों का अब तक न पकड़ा जाना अपनों को खोने वालों का अपमान है।संयुक्त राज्य अमेरिका और सभी अमेरीकियों की ओर से मैं मुंबई आतंकवादी हमले की 10वीं वर्षगांठ पर भारत और मुंबई शहर के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं। हम पीड़ितों के परिवारों और उनके दोस्तों के साथ खड़े हैं। जिन्होंने इस हमले में अपनों को खोया है, हम उनके साथ हैं।सभी देशों और खासकर पाकिस्तान की जिम्मेदारी है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के तहत वो इस हमले के दोषियों को सजा दिलवाए।