नयी दिल्ली, उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के दौरान महाभारत और भगवान श्रीकृष्ण की चर्चा भी हुई।
मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष आज एक आरोपी की जमानत याचिका सुनवाई के लिए जैसे ही आई, न्यायमूर्ति बोबडे ने दिलचस्प टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, “ जन्माष्टमी है और आज के ही दिन भगवान कृष्ण जेल में जन्मे थे और आप बाहर निकलना चाह रहे हैं।” याचिकाकर्ता के वकील बोले, “जी माई लॉर्ड।”
इस पर न्यायमूर्ति बोबडे ने मुस्कुराते हुए उसकी जमानत याचिका मंजूर कर ली और कहा, “ ठीक है. आपने धर्म को अन्य चीज़ों से नहीं जोड़ा है।”
न्यायमूर्ति बोबडे ने 25 हजार रुपये के बॉण्ड पर जमानत पर रिहा करने का आदेश जारी किया।
उसी तरह डॉक्टर कफील खान की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने महाभारत में भी वर्चुअल सुनवाई का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “ वर्चुअल सुनवाई कोई नयी बात नहीं है। महाभारत में भी ऐसा होता रहा था। संजय इसके साक्षात उदाहरण हैं।”