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कोरोना वायरस से सफलतापूर्वक जंग लड़ रहे राज्यों ने किया ये बड़ा खुलासा ?

नयी दिल्ली, कोरोना वायरस से सफलतापूर्वक जंग लड़ रहे राज्यों ने बड़ा खुलासा किया है ? ये राज्य हैं छत्तीसगढ़ और राजस्थान जहां की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना मे काफी बेहतर है।

छत्तीसगढ़ और राजस्थान ने कहा है कि कोरोना से लडने के लिए उन्होंने समय से पहले मोर्चा संभाला, बेहतर चिकित्सा सुविधा विकसित की तथा टेस्टिंग बढाने पर विशेष बल दिया जिसके कारण ये राज्य सफलतापूर्वक यह जंग लड रहे है।

कांग्रेस शासित इन राज्यों ने कहा कि कोरोना की लडाई में केंद्र की तरफ से उनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं हो रहा है लेकिन राज्यों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और अपने संसाधनों के बल पर वे कोरोना से नहीं लड़ सकते इसलिए केंद्र सरकार को उनकी इस समस्या पर ध्यान देते हुए टेस्टिंग केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर रणनीति बनानी चाहिए।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव तथा राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ज्यादा टेस्टिंग ही इस महामारी की तह तक जाने का एक मात्र तरीका है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सुविधा उनके राज्यों में विकसित कर दी गई है और अब टेस्टिंग सुविधा केंद्र सरकार की तरफ से दी जानी है। केंद्र ही सभी राज्यों को रैपिड टेस्टिंग जैसी सुविधा दे रहा है इसलिए उसे ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग सुविधा राज्य सरकारों को उपलब्ध करानी चाहिए।

श्री सिंह देव ने कहा कि उनकी सरकार ने 13 मार्च से ही विदेशों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखनी शुरू कर दी थी और उसके बाद केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार इस दिशा में काम करते रहे। लोगों को इस महामारी से कैसे बचाना है इसके लिए रणनीति बनायी जा रही है और इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। टेस्टिंग का पैमाना बढाना जरूरी है क्योंकि हमारे यहां प्रति दस लाख पर 275 है और यह बहुत कम है।

श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान में दो मार्च को कोरोना का पहला मामला चिन्हित हुआ और राज्य सरकार ने इस दिशा में तेजी से काम करना आरंभ किया। राज्य में विदेशों से आने वाले यात्रियों की जांच शुरू की गयी लेकिन इटली के जो पर्यटक आए थे वे सारे राजस्थान में घूमे थे । इसके बाद राज्य सरकार ने कोरोना के विरुद्ध युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू की की और कुछ ही समय में टेस्टिंग सुविधा शुरू की गयी । आज राज्य में दस टेस्टिंग केंद्र हैं जिनमें साढ़े चार हजार से अधिक लोगों की टेस्टिंग की जा सकती है।