बेंगलुरु, एक जून से जनता के लिए खोल दिये जाएंगे जो कोविड-19 के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के चलते दो महीने से अधिक समय से श्रद्धालुओं के लिए बंद हैं।
कर्नाटक के मंत्री के. श्रीनिवास पुजारी ने यह घोषणा की।
हिंदू धार्मिक संस्थान एवं धर्मार्थ दान (मुजरई) मामलों के मंत्री पुजारी ने कहा, ‘‘मुजरई विभाग के संबंध में मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई थी, उस दौरान मंदिरों को एक जून से खोलने का निर्णय किया गया था।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि योजना मंदिरों के एक बार फिर खुलने के बाद वहां सभी सेवाओं की अनुमति देने की है, लेकिन स्थिति के अनुसार वे उसे कुछ सीमित कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम उस पर निर्णय करेंगे।’’
उन्होंने बताया कि चूंकि ट्रेन, उड़ान सेवाएं, वाहन आवागमन शुरू हो गया है और होटलों के जल्द शुरू होने की उम्मीद है, कई श्रद्धालु मंदिरों को खोलने की मांग कर रहे थे।
मंत्री ने कहा, ‘‘मंदिर पूजा और दैनिक संस्कार के लिए खुलेंगे और हम मंदिरों में मेले और कार्यक्रमों की अनुमति नहीं देंगे।’’
राज्य में 34 हजार से अधिक मंदिर हैं जो मुजरई विभाग के तहत आते हैं।
अधिकारियों ने हाल ही में पीटीआई को बताया था कि विभाग एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने की योजना बना रहा है, जिसका अनुपालन लॉकडाउन के बाद मंदिरों के जनता के लिए फिर से खुलने पर करने की आवश्यकता होगी।