नयी दिल्ली , केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में पूर्णबंदी के दिशा निर्देशों के उल्लंघन, प्रवासी श्रमिकों की अनदेखी और स्वास्थ्य तथा क्वारंटाइन सुविधाओं की कमी पर चिंता व्यक्त की है।
केन्द्रीय गृह सचिव ने स्थिति का आकलन करने तथा राज्य सरकार को सलाह देने के लिए पश्चिम बंगाल में दो केन्द्रीय अंतरमंत्रालय टीमें भेजी थी। केन्द्र ने इन टीमों की रिपोर्ट के आधार पर राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूर्णबंदी के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा है।
पत्र में कहा गया है कि कोलकाता और हावड़ा में विभिन्न स्थानों पर पूर्णबंदी के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है यहां तक कि मीडिया रिपोर्टों में कोरोना यौद्धाओं पर हमले किये जाने का भी उल्लेख है। बाजारों में भीड़, साफ सफाई में कोताही, मास्क के बिना लोगों के भीड़ में चलने, नदियों में नहाने, क्रिकेट और फुटबाल खेलने के मामलों से पता चलता है कि पूर्णबंदी को सख्ती से लागू नहीं किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन में रिक्शा आदि चलाये जाने की भी घटनाएं सामाने आयी हैं। ये सब खराब निगरानी और कमजोर निरीक्षण का उदाहरण है।
राज्य सरकारों की ओर से संक्रमित लोगों के संपर्क और उनकी पहचान के बारे में आंकड़े नहीं दिये गये हैं। पीपीई और एन -95 मास्क की खराब गुणवत्ता का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि ये आईसीएमआर के मानकों के अनुरूप नहीं है।
कोरोना से संबंधित शिकायतों के समाधान के लिए उचित तंत्र की कमी पर भी सवाल उठाया गया है। केन्द्र के दिशा निर्देशों के अनुरूप गरीबों और प्रवासी श्रमिकों की अनदेखी की ओर भी ध्यान के लिए कहा गया है। गृह सचिव ने इनके कल्याण के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी देने को भी कहा है। पत्र में राज्य और जिला प्रशासन से इन सभी मुद्दों का तुरंत समाधान करने के लिए कहा गया है।