Breaking News

श्रद्धालुओं से भरी नाव पलटने से हुआ बड़ा हादसा, नदी में गिरा पूरा परिवार

मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह के समीप नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा नदी में आज दोपहर चुनरी चढ़ाने के दौरान एक परिवार के श्रद्धालुओं से भरी नाव डूब जाने के बाद दो सदस्य देर शाम तक लापता थे। हालाकि नौ लोगों को बचा लिया गया।
निमाड़ जोन के पुलिस उपमहानिरीक्षक तिलक सिंह तथा खरगोन के पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बड़वाह से 3 किलोमीटर दूर नावघाटखेड़ी का दौरा कर नर्मदा नदी में हुई इस दुर्घटना के बारे में बताया कि रवींद्र नामक नाविक की नाव में बड़वाह, सनावद और महू क्षेत्र के एक ही परिवार के 11 लोग सवार हुए थे। नाव नर्मदा नदी के पुल के एक पिलर से टकराकर पलट गई, जिसके चलते सभी लोग पानी में जा गिरे।
उन्होंने बताया कि नावघाट खेड़ी स्थित नर्मदा तट पर घटना को देख रहे गोताखोर और नाविक तत्काल अपनी 3 नावों से वहां पहुंचे और उन्होंने नौ लोगों को बचा लिया।
नाविकों ने पानी में गिरे लोगों से किसी तरह हाथ पैर चलाने की अपील की और उनमें से सात महिलाओं समेत 9 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति के पास लाइफ जैकेट नहीं थी।
उन्होंने बताया कि युवक जितेंद्र वर्मा तथा एक युवती हिना लापता है और उनकी खोज जारी है। जितेंद्र की पत्नी और हिना का पति इस घटना में सुरक्षित बच गए हैं।
बड़वाह के एसडीएम प्रवीण फूलपगारे ने बताया कि यह नाव मोटर चलित थी। नाव तथा मल्लाह रवींद्र का फिलहाल पता नहीं चला है। रवींद्र घटना के बाद से फरार हो गया है। उन्होंने बताया कि बचाए गए सभी 9 लोग शैफाली, पूजा, नेहा, रश्मि, नेहा, राजकुमार, लक्ष्मी बाई ,जितेश और नमिता बड़वाह स्थित शासकीय अस्पताल में पहुंचाए गए ,जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में 13 लोगों के सवार होने की सूचना थी।
परिवार के सदस्य विष्णु वर्मा, जुगल वर्मा तथा राजकुमार वर्मा ने बताया कि मान मन्नत का कार्यक्रम होने से बड़वाह, सनावद और महू से रिश्तेदार एकत्रित होकर नर्मदा में चुनरी चढ़ाने आए थे।
तीन लोगों की जान बचाने वाले एक गोताखोर बाबूलाल मंगले ने बताया कि उसने मौके पर पहुंचने के बाद एक हाथ पिलर से पकड़ लिया था और दूसरे हाथ पर दो लड़कियों को चढ़ जाने के लिए कहा। इसके अलावा उसने एक अन्य महिला को भी सुरक्षित तरीके से पकड़ रखा था। उसने बताया कि नाव के आने पर तीनों सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।
सं