गांधीनगर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए आज सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक आयोजित ‘जनता कर्फ्यू’ का उनके गृह राज्य गुजरात में व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
सबसे अधिक आबादी वाले शहर अहमदाबाद के अलावा अन्य प्रमुख नगरों सूरत, वडोदरा, राजकोट और जामनगर, जूनागढ़, राजधानी गांधीनगर तथा छोटे शहरों और कस्बों में भी सुबह से ही सड़कें सुनसान हैं। इन पर इक्का दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर महानगरपालिका और नगरपालिकाएं सार्वजनिक स्थलों पर दवा आदि का छिड़काव भी कर रही हैं। आम तौर पर खासी भीड़ से गुलजार रहने वाले बाजार और इलाकों में कोई नजर नहीं आ रहा है।
ज्ञातव्य है कि राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 14 मामले मिले हैं जिनमें से 12 हाल में विदेश से लौटे लोग हैं। सर्वाधिक पांच मामले अहमदाबाद, तीन-तीन वडोदरा और सूरत तथा एक-एक राजकोट, गांधीनगर और कच्छ जिले में हैं।
राज्य सरकार ने आज से 25 मार्च तक अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट में दवा, चिकित्सा उपकरणों, सब्जी, किराना और अन्य जीवनोपयोगी आवश्यक वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों को छोड़कर अन्य सभी दुकानों और बाजारों को बंद रखने के आदेश दिये हैं।
राज्य सरकार, बोर्ड-निगम और स्थानीय निकाय संस्थाओं में द्वितीय से चतुर्थ श्रेणी के कुल कर्मचारियों में से 50 फीसदी को 29 मार्च तक रोटेशन आधार पर कार्यालय आना होगा। सरकार ने एहतियात के तौर पर अहमदाबाद में 1200 बिस्तरों, सूरत में 500, राजकोट और वडोदरा में 250-250 शय्या वाले आइसोलेशन अस्पताल कोरोना प्रभावितों के उपचार के लिए तत्काल प्रभाव से कार्यरत किया है।