Breaking News

राम की पैड़ी पर दीपोत्सव के लिये घाटों पर दिये लगाने का कामय शुरू

अयोध्या,  मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम की पैड़ी पर दीपोत्सव पर्व मनाने के लिये घाटों पर दिये लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने घाटों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लेते हुए आज यहां बताया कि स्वयंसेवकों एवं समन्वयकों के द्वारा चौबीस घाटों पर दिये लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अयोध्या के राम की पैड़ी पर दीपोत्सव कार्य में लगे स्वयंसेवकों में खासा उत्साह नजर आ रहा है। एक ही तर्ज पर लगने वाले दीपकों का मानक तय किया गया है।

उन्होंने बताया कि दूरदराज से प्रतिभाग करने आये स्वयंसेवकों को कोविड-19 के मानक अनुरूप मास्क पहनकर दीपोत्सव स्थल पर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। दीपोत्सव स्थल पर सावधानी एवं बचाव के प्रति ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से दिशा-निर्देश प्रसारित किये जा रहे हैं। इसके अलावा यहां बिना प्रवेश पास के किसी का भी आगमन प्रतिबंधित कर दिया गया है।

दीपोत्सव के समन्वयक प्रो. शैलेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि इस बार करीब छह लाख दिये सजाने का लक्ष्य रखा गया है। पांच लाख पचास हजार से अधिक दिये स्वयंसेवकों की ओर से जलाये जायेंगे, जिसमें लगभग तीन लाख दिये लगाये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिन घाटों पर दिये लगाये जा रहे हैं उसमें लक्ष्मण घाट 48 हजार दिये, वैदेही घाट 22 हजार दिये, श्रीराम घाट 30 हजार दिये, दशरथ घाट पर 39 हजार दिये, भरत घाट पर 17 हजार दिये, शत्रुहन घाट पर 17 हजार दिये, माण्डवी उमा नागेश्वर घाट पर 52 हजार, श्रुति कृति , कैकेयी घाट , कौशल्या घाट , समित्रा घाट, उर्मिला घाट पर 40-40 हजार, कुल मिलाकर 24 घाटों पर दिये जलाने का कार्य किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि इन घाटों पर दिये लगाने के लिये डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों, विभिन्न गैर संस्थाओं में एलसीसी, एलएसएस के छात्रों की सहभागिता रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन के सहयोग से दीपोत्सव कार्यक्रम को भवन बनाने के लिये कोविड प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है।

श्री वर्मा ने बताया कि राम की पैड़ी पर आयोजित दीपोत्सव में जलाये जाने वाले दीप में भगवान के चौदह वर्ष के वनवास समयावधि को पिरोया गया है। भगवान श्रीराम ने चौदह वर्ष वनवास में काटा था इसलिये चौकोर सजाये जा रहे दिये के पैटर्न ब्लाकवार हैं और ब्लाक के 14-14 के मानक के अनुरूप बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर एक ब्लाक से दूसरे ब्लाक की दूरी एक फुट की होगी और एक ब्लाक में 179 दीप लगाये जायेंगे।