अमेरिकी सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के सरगना अबु बकर-अल बगदादी के खिलाफ ओसामा बिन लादेन की तरह अभियान चलाकर उसे ढेर कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, रात में किए गए ऑपरेशन में सीरिया में आईएस का सरगना मारा गया। यह ऑपरेशन वैसा ही था जैसा कि पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को मारने को मारने के लिए चलाया गया था। पहले इंटेलिजेंस सूत्रों से यह जानकारी हासिल की गई कि बगदादी कहां छिपा है। फिर हमला किया गया।
बताया जा रहा है कि ऑपरेशन पश्चिमी सीरिया में चलाया गया। अमेरिका सेना ने बगदादी के ठिकाने पर हवाई हमला किया। इसके बाद बगदादी का शव पाया गया। कुछ ऐसा ही ओसामा के मामले में भी हुआ था। हमले के बाद उसके शव मिला और फिर उसकी मौत की पुष्टि हुई थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बगदादी सुरंग में छुपा हुआ था जो अमेरिकी सेना के हमले में मारा गया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि बगदादी के साथ उसके तीन बच्चे भी मारे गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “वह किसी कायर की तरह मारा गया। अब दुनिया और भी सुरक्षित हो गई है, गॉड-ब्लेस अमेरिका।
अबु बकर अल बगदादी मारा गया.” ट्रंप ने कहा कि बगदादी रोता-बिलखता हुआ मरा। उसने सुरंग के जरिए भागने की कोशिश की और वहीं पर मारा गया।
अमेरिकी मीडिया की कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि सेना के हमले के बाद बगदादी ने खुदकुशी कर ली। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सैन्य कार्रवाई की सूचना मिलते ही बगदादी ने खुद को बम से उड़ा लिया।
खुद को फंसता हुआ देख बगदादी ने अपनी सुसाइड वेस्ट जला ली और अपने तीन बच्चों समेत मारा गया।
डोनाल्ड ट्रंप ने बगदादी और उसके सपोर्ट्स को लूजर बताया. ट्रंप ने कहा, “बगदादी एक बीमार और बुरा आदमी था लेकिन अब वो नहीं है. वह हिंसक था और हिंसा में ही मारा गया।” डोनाल्ड ट्रंप ने रूस, तुर्की, सीरिया, इराक और सीरियाई कुर्दों के सपोर्ट के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने अपने देश की इंटेलिजेंस और सेना को भी धन्यवाद दिया।
अमेरिकी सेना ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आका अबु बकर-अल बगदादी को मार दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को इस बात की पुष्टी की है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अल-बगदादी को दुनिया का सबसे वांछित अपराधी माना जाता है। उसे अमेरिका ने अक्टूबर 2011 में आधिकारिक तौर पर आतंकवादी घोषित किया और उसके पकड़े जाने या मौत पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था। बगदादी अंतिम बार जुलाई 2014 में मोसुल में अल नूरी मस्जिद में सार्वजनिक तौर पर सामने आया था, जिसे इराकी सुरक्षा बलों ने जून 2017 में कब्जा कर लिया था।
इस साल अगस्त में आईएस ने अल-बगदादी का एक नया ऑडियो संदेश जारी किया था।
उसके मारे जाने की खबरें कई बार आईं लेकिन कभी पुष्टि नहीं हो सकी।